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भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक : मोदी

Friday, September 16, 2022

/ by Today Warta



एससीओ में बोले-मोदी भारत में 70 हजार स्टार्टअप, 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न.. हम अनुभव साझा करने को तैयार

समरकंद। उज्बेकिस्तान के समरकंद में हो रही शंघाई कोआॅपरेशन आॅगेर्नाइजेशन, यानी एससीओ की बैठक का पहला राउंड समाप्त हो गया है। इस मीटिंग में रउड के सुधार और विस्तार, रीजनल सिक्योरिटी, सहयोग, कनेक्टिविटी को मजबूत करने और व्यापार को बढ़ावा देने पर चर्चा हुई। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा- भारत एससीओ सदस्यों के बीच अधिक सहयोग और विश्वास का समर्थन करता है। उन्होंने कहा- दुनिया कोविड महामारी से उबर रही है। यूक्रेन क्राइसिस और कोरोना की वजह से ग्लोबल सप्लाई चेन में कुछ दिक्कतें आई हैं। विश्व ऊर्जा और खाद्य संकट का सामना कर रहा है। एससीओ देशों के बीच सप्लाई चेन विकसित करने का प्रयास करना चाहिए। इसके लिए बेहतर कनेक्टिविटी की जरूरत है। मोदी ने कहा- इस साल भारत की अर्थव्यवस्था के 7.5 फीसदी की दर से बढ़ने की उम्मीद है। मुझे खुशी है कि भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक है।

पीएम मोदी ने कहा- इस साल भारत की अर्थव्यवस्था के 7.5 फीसदी की दर से बढ़ने की उम्मीद है। मुझे खुशी है कि भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। हम भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब में बदलना चाहते हैं। भारत का युवा और वर्क फोर्स उसे स्वाभाविक रूप से कॉम्पिटिटिव बनाता है। अर्थ व्यवस्था में 75% वृद्धि की आशा है, जो दुनिया की बड़ी इकोनॉमी में सबसे ज्यादा है। टेक्नोलॉजी के उचित उपयोग पर भी फोकस दिया जा रहा है। हम इनोवेशन का समर्थन कर रहे हैं। भारत में 70 हजार से अधिक स्टार्टअप हैं, इनमें 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न हैं। हम नए स्पेशल वर्किंग ग्रुप की स्थापना करके रउड सदस्यों के साथ अपना अनुभव साझा करने के लिए तैयार हैं।

मिलेट्स की खेती को बढ़ावा देना होगा

विश्व आज एक और बड़ी चुनौती का सामना कर रहा है, वो है नागरिकों की खाद्य सुरक्षा निश्चित करना। इसका समाधान मिलेट्स की खेती को बढ़ावा देना है। ये विश्व के कई हिस्सों में हजारों सालों से उगाया जा रहा है। ये खाद्य का उत्तम साधन है। 2023 को ईयर आॅफ मिलेट्स के तौर पर मनाया जाएगा। भारत विश्व के मेडिकल टूरिज्म के लिए सबसे उचित डेस्टिनेशन है। हमने गुजरात में ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रैडीशनल मेडिसिन का उद्घाटन किया। हमें रउड देशों के बीच ट्रैडीशनल मेडिसिन पर सहयोग बढ़ाना चाहिए। भारत इसके लिए पहल करेगा।

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