सुल्तानपुर के लंभुआ कोतवाली अंतर्गत बसावनपुर गांव निवासी सैनिक रमाकांत यादव (21) सर्पदंश का शिकार हो गए। आज उनका पार्थिव शरीर चंडीगढ़ कमांड हॉस्पिटल से सुल्तानपुर पहुंचा है। अब यहां से पैतृक गांव पार्थिव शव ले जाया जा रहा है। उधर सैनिक के शव का अंतिम दर्शन के लिए सुबह से ही लंभुआ कोतवाली के पास लोगों की भारी भीड़ जमा रही। लंभुआ कोतवाली के पास जैसे ही जवान का पार्थिव शव पहुंचा वैसे ही भारत माता की जयकारा लगने लगा। लोगो ने कहा "अमर शहीद रमाकांत का बलिदान, याद रखेगा हिन्दुस्तान।" बता दें कि लंभुआ के बसावनपुर गांव निवासी रमाकांत यादव का चयन करीब तीन साल पहले भारतीय सेना की इन्फैंट्री बटालियन में हुआ था। इस वक्त रमाकांत राजस्थान के सूरतगढ़ की 16 मैक में तैनात थे। तीन दिन पहले उनकी बटालियन को भारत-पाक सीमा पर मौजूद घने जंगल में पैदल गश्त करने का आदेश मिला था। जहां जहरीले सांप ने रमाकांत समेत 2 सैनिकों को डस लिया। एक सैनिक ने घने जंगल मे ही दम तोड़ दिया था जबकि, साथी सैनिक रमाकांत को लेकर कोटा अस्पताल में इलाज के लिए लेकर पहुंचे थे। शुक्रवार देर रात उनकी तबियत खराब हुई तो शनिवार सुबह हेलीकॉप्टर से रमाकांत को चंडीगढ़ स्थित कमांड हॉस्पिटल ले जाया गया। चंडीगढ कमांड हास्पिटल मे रविवार रात इलाज के दौरान रमाकांत की मौत हो गई। कमांड हॉस्पिटल से इसकी सूचना रमाकांत के घर पहुंची तो गांव में शोक व्याप्त हो गया। प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार सिंह ने बताया कि सैनिक का शव गांव में पहुंचने वाला है। जहां राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।