कश्मीरी पंडितों और हिंदुओं पर हमले का विरोध
प्रयागराज। संगमनगरी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की चार दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक का आज सोमवार को दूसरा दिन है। गौहनिया के वात्सल्य परिसर में चल रही बैठक की अगुवाई खुद संघ प्रमुख मोहन भागवत कर रहे हैं। बैठक में महिला सहभाग, जनसंख्या असंतुलन, हिंदुओं पर हो रहे हमले व संघ के विस्तार पर चर्चा चल रही है। दरअसल, मोहन भागवत ने विजयादशमी के दिन नागपुर स्थित मुख्यालय पर अपने संबोधन में इन्हीं बातों का जिक्र किया था। इसमें संघ के विस्तार पर भी चर्चा चल रही है। संघ अपने शताब्दी वर्ष में अपने कार्यक्षेत्र का विस्तार करने की तैयारी कर रहा है। 2021 से 2024 के लिए बनाई गई इस कार्य योजना में आरएसएस का कार्यस्थल 55 हजार से बढ़ाकर एक लाख स्थान तक करने का लक्ष्य रखा गया है। संघ की बैठक में पहले दिन ही हिंदुओं और कश्मीरी पंडितों पर हो रहे हमले पर विचार विमर्श किया। इसके विरोध में कठोर कार्रवाई और नियम-कानून बनाने की पैरवी की गई है। इस विषय पर भी मंथन किया गया कि कश्मीर में संघ के स्वयंसेवक प्रवास करेंगे और वहां मुस्लिमों को संघ से जोड़ने की पहल की जाएगी।