आलोक मिश्र
कौशाम्बी। हर घर आयुर्वेद हर दिन आयुर्वेद पहुंचाने की थीम पर बुधवार को राम सजीवन सिंह पीजी कॉलेज जयंतीपुर कौशाम्बी एवं चंद्रशेखर सिंह आयुर्वेद संस्थान कोइलहा कौशाम्बी के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय संगोष्ठी आयोजित की गयी। आयुर्वेद संस्थान के प्रोफेसर डॉ0 विनोद कुमार प्राचार्य एवं प्रोफेसर सुधीर कुमार सिंह ने छात्र-छात्राओं को आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के महत्व के बारे में समझाया। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद प्राचीनतम चिकित्सा पद्धति है। आयुर्वेद चिकित्सा सबसे आसान और सहज है। आयुर्वेद व योग एक-दूसरे के पूरक हैं। हमें अपनी इस प्राचीनतम विरासत को अपनाए रखने की जरूरत है। समस्त छात्र एवं शिक्षकों को इस अवसर पर ये संकल्प दिलाया गया कि वह अपने आस-पास की पांच औषधियों के बारे में सूचनाएं संकलित कर कम से कम पांच लोगो के साथ साझा करें। इस प्रकार आयुर्वेद की औषधि की गुण धर्म एवं प्रयोग के बारे में जनजागृति होगी। उन्होंने छात्र-छात्राओं से आह्वान किया कि बेहतर स्वास्थ्य के लिए नियमित योग करें। साथ ही खेलकूद प्रतियोगिताओं में भी शामिल होने की सलाह दी। कहा कि परिवार के सदस्यों को भी आयुर्वेद के महत्व को समझाएं। प्रोफेसर डॉ विनोद कुमार प्राचार्य ने कहा कि हमें न सिर्फ अपने शरीर की साफ-सफाई का ख्याल रखना चाहिए बल्कि आसपास के वातावरण को भी दूषित होने से बचाना चाहिए। बताया कि योग व आयुर्वेद जागरूकता के लिए 16 अक्तूबर तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर नागरिकों को इसके प्रति जागरूक किया जाएगा। इस मौके पर राम सजीवन सिंह पीजी कॉलेज के प्राचार्य,शिक्षक गण एव छात्र-छात्राओ ने प्रतिभाग किया।