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चिटफण्ड कम्पनी बनाकर लोगों के करोड़ों रुपये लेकर आठ फरार

Thursday, October 6, 2022

/ by Today Warta



इन्द्रपाल सिंह 'प्रिइन्द्र'

पुलिस ने संगीन धाराओं में मामला दर्ज कर शुरू की जांच

ललितपुर। कम समय में रकम को दोगुना करने का लालच देकर भारी रकम लेकर फरार होने वाले आठ लोगों के खिलाफ बढ़ते दबाव के चलते पुलिस ने संगीन धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। मामले में वादी पक्ष की ओर से विक्रम खटीक पुत्र सुरेख खटीक की लिखित तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है।

बताया गया है कि महरौनी क्षेत्र व आस पास के लोगों ने श्यामजी सेंगर तनय चन्द्रभानसिंह सेंगर, चन्द्रभान सिंह सेंगर तनय तेजसिंह सेंगर, रविन्द्र प्रताप सिंह उर्फ राजाभैया तनय चन्द्रभानसिंह सेंगर, आशुतोष सिंह सेंगर तनय चन्द्रभानसिंह सेंगर, मुकेश सेन तनय आला प्रसाद सेन समस्त निवासीगण ग्राम दरौना, थाना महरौनी जिला ललितपुर एवं गोलू चौहान तनय वीरेन्द्रसिंह चौहान निवासी मास्टर कालौनी महरौनी, नीलेश जैन तनय नामालूम, सतेन्द्रसिंह तनय मुनमुन सिंह निवासी महरौनी, थाना महरौनी जिनका सरगना श्यामजी सेंगर है। उक्त सभी लोगों ने एक कम्पनी किसान एग्रो टेक कापरेटिव सोसायटी बनाकर पूरे क्षेत्र में प्रचार किया। कि हमारी संस्था से जुडो, हम आप लोगों को बैंको से दोगुना ब्याज देंगे। हम आप लोगों के बीच के निवासी है इसलिए हम धोखाधड़ी नहीं करेंगे। इस प्रकार से अपने दुष्प्रचार से गुमराह करके लगभग 300-400 व्यक्तियों को गुमराह करके दुगने के नाम पर रुपया जमा करवाये और करीबन महरौनी के आस पास के क्षेत्रों से लगभग 30-35 करोड़ रुपया की अवैध उगायी की किसी भी ग्राहक/ सदस्य ने उक्त कम्पनी के बारे में अपनी सदस्यता, पासबुक, माँगी तो पहले गुमराह किया फिर एक पेज की फर्जी तरीके से छपवाकर एक पेंज की दी। जिस पर सदस्यता आर. डी. ग्राहक फर्जी छपवाकर दे दी। प्रार्थीगणों को पता चला है कि उक्त लोग धोखाधडी करके फर्जी कम्पनी के नाम पर उगायी कर रहे है और करोड़ो की सम्पत्ति कस्बा महरानी, इन्दौर, दिल्ली व अन्य जगह बना चुके है एवं किसी भी सदस्य को आर. डी. पूरी होने पर उक्त कम्पनी का नगद अथवा चैक नहीं प्रदान किया गया। बल्कि अपने निजी बैंक खाते का चैक व किसी अर्पणा बंसल के नाम खाते के चैक प्रदान किये। जिससे उक्त लोगों की धोखाधड़ी का पता चला व आशंका उत्पन्न हुई, तो प्रार्थीगणों व अन्य व्यक्तियों ने अपना अपना रूपया वापिस मांगा, तो उक्त लोगों व अन्य सभी लोगों को बैंक चैक खातो के चैक बाँटे, जिनमें कोई भी धनराशि पर्याप्त नही है तो उक्त लोगों से इस बात का उलाहना दिया तो पता चला कि उक्त श्यामजी सिंह अन्य लोगों की मदद से 27 सितम्बर 2022 से फरार हो गये है अथवा उक्त लोगों ने उन्हें कहीं छिपा लिया है तथा उनके मोबाइल स्विच ऑफ आ रहा है और बाकी लोगों को पैसे दम पर मामला दबाने या जान से मरवारे की धमकियाँ दे रहे हैं एवं गाली गलौच कर रहे हैं। हरिजनो को जाति सूचक शब्दों से अपमानित कर रहे हैं। कोई क्षेत्रवासी उपरोक्त लोगों के कृत्य से पूरी तरह से बर्बाद हो गये है उनकी जिन्दगी भर की जमा पूँजी ठग ली गयी है एवं इन सभी लोगों के रिस्तेदार, परिवारजन व दोस्तो की चल अचल संपत्ति की जाँच की जांच कर कार्यवाही किये जाने की मांग उठायी है। शिकायत दर्ज कराने वालों में विक्रम खटीक अब्दुल गफ्फार, अब्दुल सलीम, सीमा बानो महरौनी, धर्मेंद्र सेन, बलराम भण्डारी महरौनी, आशीष रत्नाकर, मुलीन राइन, नूरइस्लाम, मुन्नी राइन, बाहिद राइन, जायदा बानो, ब्रजेन्द्र पटेल, प्रमोद चौरसिया आदि शामिल हैं। पुलिस ने पीडि़तों की शिकायत पर श्यामजी सेंगर एवं चंद्रभान सिंह सेंगर, आशुतोष सिंह सेंगर, रविन्द्र प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया, मुकेश सेन, गोलू चौहान, नीलेश जैन, सतेंद्र सिंह के खिलाफ महरौनी कोतवाली में धारा 406, 420, 467, 468, 471, 34, 504, 506, 120-बी, चिट फंड अधिनियम 1982 के तहत धारा 4, चिट फंड अधिनियम 1982 के तहत 76 समेत अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (नृशंसता 3 (1) (द) निवारण) अधिनियम, 1989 (संशोधन 2015) एवं अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति नृशंसता 3 (1) (घ) (निवारण) अधिनियम, 1989 (संशोधन 2015) में मामला दर्ज कर लिया गया है। एवं पुलिस कार्रवाई में जुट गई है।

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