राकेश केसरी
कौशाम्बी। आजादी के बाद 562 रियासतों का एकीकरण करना आसान कार्य नहीं था,लेकिन लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल ने अपनी सूझ बूझ और दृढ़ इच्छा शक्ति से सभी रियासतों को एक कर आज के भारत का निर्माण किया था। इसलिए राष्ट्र की एकता को स्थापित करने के लिए भारत सरकार ने 2014 में राष्ट्रीय एकता दिवस का प्रस्ताव रखा। सरदार पटेल ही इसे एक मात्र नेता हैं जो भारत के एकीकरण के लिए जाने जाते हैं, इसलिए राष्ट्रीय एकता दिवस उनकी जयंती (31 अक्टूबर) के दिन हर साल मनाया जाता है। इसीलिए देश में चल रहे आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत इनके योगदान को बच्चों से साझा करने की जरूरत है,जिससे अपना देश एकता के सूत्र में हमेशा बंधा रहे। सोमवार को सिराथू विकासखण्ड के प्राथमिक विद्यालय रामपुर धमावां में छात्रों ने विशेष अंदाज में राष्ट्रीय एकता दिवस मनाते हुए लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल के योगदान को याद करते हुए उन्हें विशेष श्रद्धांजलि दी। सहायक अध्यापक दीपनारायण मिश्र द्वारा विद्यालय परिसर में ही ईंट की सहायता से भारत का नक्शा बनाया गया है जिसे कक्षा 5 के छात्र राघवेंद्र त्रिपाठी, अभिनव व शिवम ने तिरंगे के तीन रंगों में रंगकर पटेल के अखंड भारत को पहले तो आकर्षक रूप दिया फिर विद्यालय के छात्रों ने सरदार पटेल को पुष्पांजलि देकर लौह के रासायनिक सूत्र स्नद्ग के आकार में बैठकर लौहपुरुष को श्रद्धांजलि दी। छात्रों को एकता दिवस की प्रतिज्ञा दिलाई गई जिसके बाद छात्रों ने यूनिटी रन सहित विभिन्न गतिविधियों एवं खेल में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर प्रधानाध्यापिका भावना शुक्ला, सहायक अध्यापक विजयराज सिंह, दीपनारायण मिश्र, शशांक कुमार सहित सभी रसोइया उपस्थित रहे।