भोपाल (राज्य ब्यूरो)। प्रदेश के सरकारी और निजी मेडिकल कालेजों में एमडी-एमएस में प्रवेश के लिए चल रही पहले चरण की काउंसलिंग प्रक्रिया में सीटों का आवंटन कर दिया गया है। उम्मीदवारों की पहली पसंद रेडियोडायग्नोसिस विषय रहा है। प्रावीण्य सूची में ऊपर के पांच उम्मीदवारों में से तीन ने इसी विषय को चुना है। शीर्ष 10 की बात करें तो चार ने रेडियो डायग्नोसिस और चार ने जनरल मेडिसिन, एक ने जनरल सर्जरी और एक ने त्वचा रोग को चुना। सरकारी कालेजों में अच्छे विषय नहीं मिलने की स्थिति में उम्मीदवारों ने जनरल मेडिसिन और अन्य अच्छे विषय के लिए निजी कालेजों को पसंद किया है, जबकि निजी कालेजों की शुल्क सात लाख से 12 लाख रुपये प्रतिवर्ष तक है। पहले चरण में निजी कालेजों की 774 में से 361 और सरकारी कालेजों की 476 में 346 सीटें आवंटित हो चुकी हैं।
प्रावीण्य सूची में पहले नंबर के उम्मीदवार (राज्य में रैंक-सात) ने गांधी मेडिकल कालेज में रेडियोडायग्नोसिस विषय लिया है। सूची में शीर्ष 18 उम्मीदवारों ने सरकारी कालेज ही चुना है। इसके बाद 19 वें ने अरबिंदो मेडिकल कालेज में त्वचा रोग विषय लिया है। कालेजों की बात करें तो शीर्ष उम्मीदवारों ने गांधी मेडिकल कालेज भोपाल और महात्मा गांधी मेडिकल कालेज इंदौर को लगभग बराबर महत्व दिया है। पिछले वर्ष उम्मीदवारों का सर्वाधिक पसंदीदा विषय जनरल मेडिसिन था।
इसलिए ज्यादा पसंद की गई रेडियोडायग्नोसिस
-जिन डाक्टरों के पहले से सीटी स्कैन और एमआरआइ केंद्र चल रहे हैं वह अपने बच्चों को रेडियोडायग्नोसिस में एमडी कराते हैं, जिससे कारोबार संभाल सकें।
- सर्जिकल विषयों में न्यायलयीन प्रकरण होने का डर रहता है , इसलिए रेडियोडायग्नोसिस को पसंद किया जाता है।
- इस विषय में चिकित्सकों की कमी होने की वजह से निजी अस्पतलों में भी अच्छी मांग है।
23 से शुरू होगी दूसरे चरण की काउंसलिंग
एमडी-एमएस पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए दूसरे चरण की काउंसलिंग 23 अक्टूबर को सीटों की संख्या जारी होने के साथ होगी। 23 से 26 के बीच उम्मीदवार अपनी पसंद की सीट और कालेज के लिए विकल्प दे सकेंगे। प्रावीण्य सूची के आधार पर सीटों का आवंटन 31 अक्टूबर को होगा। एक से चार नवंबर के बीच प्रवेश होंगे। इसके बाद बची सीटों के लिए मापअप चरण होगा।

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