राकेश केसरी
कौशाम्बी। अमरुद के सीजन में जिले के लोग सेब भूल जाते है। शौकीन लोग सेब की जगह स्वादिस्ट सेबिया अमरुद खाते है। जिला उद्यान विभाग की तरफ से सहयोग मिलने पर तमाम किसानो का रुख खेती की तरफ से हटकर अमरूद की बागवानी की तरफ तेजी से बढ रहा है। उद्यान विभाग अमरुद की बागवानी नई तकनिकी से कराये जाने कराये जाने का प्रयास कर रहा है। जिले के किसान भी अमरुद की बागवानी करके काफी खुश है,अमरुद के बागवान हर साल इससे बढिया मुनाफा कमाते है। यही कारण है की तमाम किसान खेती छोड़ अमरुद की बागवानी करने लगे है। बागवानो को सरकारी सहायता मिलने से उनके हौसले मजबूत हो रहे है। कौशाम्बी का सेबिया अमरूद किसानो की किस्मत बदलने में अहम भूमिका अदा कर रहा है। यही कारण है की जिले के तमाम किसानों का अमरुद की बागवानी की ओर रुझान बढ़ रहा है। जिला उद्यान विभाग ने हाई डेस्टिंग प्लाटिंग के जरिये अमरुद की अधिक पैदावार करने का प्रयास कर रहा है। इस नई तकनिकी के जरिये एक हेक्टेयर में 1110 पौधे अमरुद के लगाये जा सकेंगे। ड्रिप सिचाई से पानी की भी बचत किया जायेगा।
अमरुद एक फायदे अनेक
अमरुद एक फायदे अनेक यानि आम के आम गुठलियो के भी दाम वाला फल है अमरुद। एंटी आक्सीडेंट से भरपूर विटामिन सी,हाई कोलेस्ट्रोल से लडने वाला फाइबर,संक्रमण से लडने वाला विटामिन,और सूरज की हानिकारक यूवी किरणो से त्वचा की रक्षा करने वाला लाइकोपीन जैसे फायदेमंद तत्वो से भरपूर अमरुद इंसान से शरीर में प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाला कुदरती इंतजाम है। अमरुद सर्दियों का फल है। सर्दियों में अमरुद को लेकर धारणा है कि यह फल ठंडी तासीर वाला फल है,जिस कारण ज्यादातर लोग इसके सेवन से बचते है,जबकि हकीकत यह है कि अमरुद प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में कारगर होता है। नियमित रूप से इसका सेवन करने से आपको सामान्य मौसमी संक्रमण से दूर रहने में मदद मिल सकती है। डाक्टर भी बताते है कि अमरुद में संतरो से ज्यादा विटामिन सी अमरुद में होता है जिस कारण इंसान के शरीर में श्वेत रक्त कणो को मजबूती प्रदान करता है। वैसे तो अमरुद का सेवन प्राकृतिक अवस्था में खाना सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है। यही कारण है कि डाक्टर भी अमरुद के फायदे गिनाते नहीं थकते। जिला अस्पताल के सीएमएस डा0 दीपक सेठ के मुताबिक अमरुद को गरीब का सेब कहने के पीछे कारण यह है कि सेब के सारे तत्व अमरुद में भी मौजूद होते है और सेब चूकि मंहगा होने के कारण गरीब आदमी रोज नहीं खा सकता पर अमरुद सस्ता होने के कारण हर इंसान की पहुच में आ जाता है।