राकेश केसरी
पांच बैंक व हाइवे पर होने वाले हादसों पर मुस्तैद रहने के निर्देश
कौशाम्बी। कोखराज थाने के मूरतगंज चैकी में एक दारोगा के अतिरिक्त मात्र चार सिपाही हैं। जिले की प्रमुख बाजार के साथ ही यह चैकी हाइवे की महत्वपूर्ण चैकी है। इन सिपाहियों के भरोसे ही क्षेत्र के पांच बैंक और 42 गांव की सुरक्षा की जिम्मेदारी है। वर्क लोड अधिक होने के चलते सिपाहियों को पूरे दिन हलकान रहना पड़ता है। मूरतगंज पुलिस चैकी क्षेत्र का दायरा गंगा के किनारे स्थित 42 गांव के साथ ही हाईवे में करीब 15 किमी तक है। चैकी क्षेत्र में आपराधिक घटनाओं के साथ ही प्रति दिन कोई न कोई हादसा होता रहता है। ऐसे में पुलिस को इन स्थान पर होने वाले हादसों पर भी पहुंचने की जल्दी रहती है। इसके साथ ही विभिन्न प्रकार की जांच और क्षेत्र में स्थित पांच बैंकों की सुरक्षा आदि को लेकर पूरे दिन सिपाही हलकान रहते हैं। सब से बड़ी समस्या है कि चैकी में तैनात चार सिपाहियों को बैंक में तैनात किया जाए या फिर क्षेत्र का काम लिया जाए। सिपाहियों की संख्या इतनी कम है कि वह प्रत्येक बैंक में तैनात नहीं किया जा सकता। मूरतगंज प्रमुख बाजार व हाइवे होने के कारण यहां जाम की स्थित भी बनी रहती है। ऐसे में किस सिपाही को यहां के जाम से निजात दिलाने के लिए भेजे। चैकी प्रभारी इन्हीं समस्याओं में दिन भर उलझे रहते है। इतना ही नहीं सड़क से होकर गुजरने वाले वीआइपी व लंबित जांचों को निस्तारण भी कम मुसीबत वाला काम नहीं है। पूरे दिन काम करने के बाद सिपाही को रात गश्त का भी निर्देश है। ऐसे में क्षेत्र की सुरक्षा कैसे होगी इसका अंदाजा लगा पाना सहज है।