राकेश केसरी
कौशाम्बी। दारानगर की ऐतिहासिक रामलीला में गुरूवार की रात भरत मिलाप के कार्यक्रम के लीला हुई,जिसमें प्रभु श्री रामचंद्र जी लंकापति रावण का वध कर अपनी सेना सहित अयोध्या धाम पुष्पक विमान से लक्ष्मण व सीता जी के साथ पहुंचे। क्योंकि भगवान श्रीराम ने महाराज भरत से 14 वर्ष बीत जाने पर ही अयोध्या आने का निश्चय लिया था। इस विषय में रामायण में भी उल्लेख है,कि महाराज भरत ने प्रभु श्रीराम से कहा था कि 14 वर्ष में यदि भैया एक भी दिन अधिक बीत गए तो आपका भाई भरत प्राण त्याग देगा, इस प्रकार प्रभु श्री राम बिना देरी किए अयोध्या धाम अपनी समस्त सेना जिसमें हनुमान जी, महाराज जामवंत, महाराज अंगद, महाराज सुग्रीव व नल-नील आदि के साथ अयोध्या धाम पहुंचे। जिसमें दारानगर के वासियों के द्वारा प्रभु श्री राम के आने की सूचना पर संपूर्ण अयोध्या में घी के दिए जलाकर प्रभु के स्वागत किए जाते हैं,वह परंपरा आज भी दारानगर में विद्यमान है,दारानगर के संपूर्ण बाजार से लेकर के शादीपुर गांव तक सभी लोग भगवान का स्वागत करते हैं,घी के दिए जलाते हैं और दारानगर के मंच पर प्रभु श्री राम और महाराज श्री भरत का सजीव मिलाप का कार्यक्रम संपन्न होता है।