राकेश केसरी
महुआ के पत्तों को पान की दुकानों में बेचकर चलाता था परिवार
कौशाम्बी। बभनपुरवा गांव के एक युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। युवक की आर्थिक स्थित बेहतर नहीं था। घटना के पीछे इसे मुख्य वजह बताई जार रही है। युवक की मौत से परिवार वालों का बुरा हाल है। जानकारी पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। बभनपूरा गांव के सुरेश चंद्र पुत्र बच्ची लाल प्रयागराज में महुंआ का पत्ता बेचने का काम करते हैं। वह पान की दुकान में पत्ता बेचकर ही चार बच्चों दो बेटी व दो बेटा समेत खुद की गृहस्थी चलाते थे। इन दिनों वह आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे। इसके चलते हमेशा टेंशन में रहा करते थे। परिवार वालों की मानें तो सुरेश इसी परेशानी के चलते मंगलवार को घर के एक कमरे में खुद को बंद कर फंदा लगा दिया। काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आए तो परिवार वालों ने उनको बाहर निकलने को कहा। अंदर से जवाब नहीं मिला तो देखा व फंदे से लटक रहे हैं। बचाने के लिए स्वजन ने पड़ोसियों के साथ मिलकर दरवाजा तोड़ दिया लेकिन बत तक उनकी मौत हो चुकी थी। उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। ग्रामीणों ने सुरेश की मौत पर परिवार को आर्थिक मदद दिए जाने की मांग भी उठाई है।