देश

national

खनिज अधिकारी की उदासीनता और मूक सहमति से सरकार को राजस्व क्षति: सुरेश प्रकाश कौन्तेय

Thursday, October 13, 2022

/ by Today Warta



इन्द्रपाल सिंह प्रिइन्द्र

ललितपुर । ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन जिलाध्यक्ष सुरेश कौन्तेय ने जिले में हो रहे अवैध  खनन, परिवहन, क्रय विक्रय तथा भंडारण को रोकने में असफल रहने पर खनिज अधिकारी शशांक शर्मा के विरुद्ध मुख्यमंत्री को शिकायत कर खनिज राजस्व चोरी रोकने में संलिप्त रहने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जिले के खनिज अधिकारी शशांक शर्मा अवैध खनन,भंडारण परिवहन,क्रय विक्रय के प्रति जानबूझकर उदासीन बने रहकर पूरे शहर और जिले के अवैध व्यवसायियों को मौन स्वीकृति दे रहे हैं ।इनके द्वारा ऐसे कार्यों में लिप्त लोगों की जानकारी में  छापेमारी कर अपने चहेतों को लाभ पहुंचाया जाता है।आरोप है कि कुछ ट्रक मालिकों को इनके माध्यम से अवैध परिवहन की छूट मिली हुई है जिनके विरुद्ध कोई कार्यवाही नही की जाती है अथवा जरूरत पड़ने पर दिखावे और खानापूर्ति की कार्यवाही की जाती है। बताते चले कि इन्होंने 31 अगस्त को दो ट्रकों को अवैध परिवहन करते हुए राजघाट और ललितपुर में पकड़ा जिनमें से राजघाट वाले ट्रक को बिचौलियों के माध्यम से बिना किसी कार्यवाही के छोड़ दिया।इसी तरह दूसरे ट्रक को पकड़ कर बिरधा चौकी तथा तीसरे ट्रक को पाली थाने में पुलिस कस्टडी में रखवाकर इन सब चहेते ट्रकों को नाममात्र की पेनाल्टी लगाकर मुक्त कर दिया ।इसके विपरीत गल्ला मंडी के ट्रक मालिक ने जब इनकी अनैतिक मांगो को स्वीकार नही किया तो इनके द्वारा उत्पीड़न करने के उद्देश्य से इस ट्रक की परिवहन ,ओवरलोडिंग और क्रय विक्रय अधिकारी से जांच करवाकर लगभग एक लाख रुपये की पेनाल्टी  लगवाई।इतना ही नही जानबूझकर एक महीने तक ट्रक को रिलीज नही किया ताकि एक महीने तक इमारती पत्थर के भरे हुए ट्रक के रखे रहने पर टायरों और कमानियों को क्षति पहुचाई जा सके।बताते चलें कि ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष जो भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व जिला उपाध्यक्ष हैं उन्होंने खनिज अधिकारी पर सरकार की छवि धूमिल करने के साथ साथ राजस्व की क्षति पहुँचाने के आरोप लगाए हैं।उनका आरोप है कि माह सितंबर की कर करेत्तर राजस्व प्रगति की समीक्षा बैठक में खनिज अधिकारी सबसे फिसड्डी रहे उनकी 325 करोड़ के सापेक्ष सिर्फ 77 लाख की वसूली मात्र 2369 प्रतिशत रही जो इनकी उदासीनता और निष्क्रियता को दर्शाती है। उन्होंने आरोप लगाया कि जहां एक ओर मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार के मामलों में जीरो टोलरेंस की नीति अपना रहे हैं वही अधिकारी सरकार की छवि धूमिल करने में संलिप्त हैं।उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर खनिज अधिकारी शशांक शर्मा की जांच किसी उच्चाधिकार प्राप्त एजेंसी या अधिकारी से करवाने, इनके द्वारा अर्जित अवैध संपत्ति तथा मुख्य मंत्री के जनता दरवार में शिकायत करने की बात दोहराई है।इस आशय का प्रार्थना पत्र स्पीड पोस्ट और ईमेल से प्रेषित किया है।

Don't Miss
© all rights reserved
Managed by 'Todat Warta'