इन्द्रपाल सिंह 'प्रिइन्द्र'
भारत विकास परिषद ने आयोजित किया कार्यक्रम 'एक शाम वतन के नाम
ललितपुर। भारत विकास परिषद की मुख्य शाखा एवं विवेकानन्द शाखा द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री एवं महात्मा गांधी की जयन्ती पर एक अभूतपूर्व कार्यक्रम एक शाम वतन के नाम माननीय कल्याण सिंह सभागार में आयोजित किया गया जिसमें अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद से पधारे 18 पूर्व सैनिकों को शॉल भेंट एवं मर्ल्यापण कर सम्मान किया गया एवं देशभक्ति से ओतप्रोत गीतों का रंगारंग कार्यक्रम सम्पन्न किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ भारत माता, स्वामी विवेकानन्द, लालबहादुर शास्त्री एवं महात्मा गांधी के चित्रों पर पुष्प माला एवं दीप प्रज्जवलन करके किया। जिसमें प्रान्तीय अध्यक्ष संजय अग्रवाल, प्रान्तीय महासचिव अजय महतेले व प्रान्तीय कोषाध्यक्ष नन्दगोपाल अग्रवाल, कार्यक्रम प्रभारी डा.प्रबल सक्सेना, पूर्व अध्यक्ष सुबोध गोस्वामी व दोनों शाखाओं के अध्यक्ष पिंकी समैया व राजीव जैन ने किया। तत्पश्चात वन्दे मातरम का गायन हुआ। कार्यक्रम में बिक्की रत्नाकर ने अब के बरस, संजू पंडित ने ओ देश मेरे, मधुक्षा वेगी ने मेरा मुल्क मेरा देश, सुबोध गोस्वामी ने होठों पर सच्चाई, प्रदीप श्रीवास्तव एवं डा.प्रबल सक्सेना ने संदेशे आते हैं की प्रस्तुति देकर उपस्थित श्रोताओं का मन मोह लिया तथा सारा ऑडीटोरियम राष्ट्रप्रेम से ओतप्रोत हो गया। कार्यक्रम में समय नामदेव, नीलम जैन, अंशिका जैन को शील्ड देकर सम्मानित किया गया। ए-टू-डी डान्स ग्रुप द्वारा डान्स प्रस्तुति दी गयी। प्राइमरी स्कूल रजवारा के बच्चों द्वारा भी नृत्य प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में डा.संजीव जैन, पवन जैन, आनन्द मोहन दुबे, पिंकी समैया, प्रवीण सिंघई, राजीव जैन, अनुज शर्मा, मुकेश जैन, डा.प्रबल सक्सेना, नीरज समैया, दीपक सिंघई, विपिन जैन, अनिल जैन, अवनि जैन, राजेश बल्ली, अमित शाह, अभिनन्दन पंथ, हेमन्त सर्राफ, दीपक नामदेव, मनीष पटवारी, मुकेश जैन, मुरारी सोनी, प्रवीण सिंघई, रीतेश राठौर, संजीव जैन, वैभव एड., निकेत चौधरी, निर्मल एड., विकास समैया, पुष्पेन्द्र जैन, मनोज, शशांक, नितिन जैन, जे.के. दुबे, नीलेश सिंघई, वीरेन्द्र, नीलेश, भरत समैया, आशीष सैनी, रामकुमार तिवारी, संजय पवैया, मनोज जैन, डा.विजय द्विवेदी, गगन जैन, जितेन्द्र, अजय सोनी, अंकित, सुनील, दिवाकर शर्मा, अजय जैन, अंकुर सिंघई आदि मौजूद रहे। संचालन मुकेश बेगी एवं सुबोध गोस्वामी ने मिलकर किया।