राकेश केसरी
आये दिन हो रही दुर्घटनाएँ, प्रशासन मौन
कौशाम्बी। जिले में अतिक्रमण की समस्या हर नगर, हर गाँव में नजर आ रही है। यह ऐसी समस्या बनकर उभर रही है जिसका कुछ दिनों में न तो कुछ इलाज हो सकेगा और न ही निराकरण। प्रशासन का मौन रहना भी अतिक्रमणकारियों के लिये सोने पर सुहागा का काम कर रहा है। अतिक्रमण की समस्या से जिला मुख्यालय भी अछूता नहीं है। यहाँ भी अधिकतर गलियां, सड़कें अतिक्रमण के कारण सिमट चुकी हैं। लोगों का कहना है कि छुटभइया दुकानदार व ठेलिया वाले प्रतिदिन सड़कों पर दुकान सजाते हैं जिसके चलते सड़कों पर आने जाने के लिये लोगों को कोई जगह नहीं बच पाती। ऐसी दशा में आये दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। यह बात आम है कि प्रशासनिक अधिकारी इसी रास्ते से होकर गुजरते रहते हैं लेकिन ऐसा लगता है कि इन रास्तों से गुजरते वक्त वह अपनी आंखे बन्द कर लेते हैं जिसके कारण अतिक्रमणकारियों के हौसले सातवें आसमान पर पहुंच चुके हैं। आप ज्यादा दूर नहीं कचेहरी के 48 खम्भे में ही चलकर देख लीजिये, यहाँ पर चिराग तले अंधेरा की कहावत चरितार्थ होती है। यहाँ यदि दिन में कोई चार पहिया वाहन निकलना चाहे तो उसे निकलने में नाको चने चबाने पड़ेंगे। लोगों ने जिला प्रशासन के उच्चाधिकारियों से अतिक्रमण से निजात दिलाये जाने की मांग की है।