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नावन्तुक प्रभारी निरीक्षक के सामने चुनौती: दो माह बाद भी जैन मंदिर से मूर्ति चुराने बाले बेसुराग

Friday, November 4, 2022

/ by Today Warta



इन्द्रपाल सिंह प्रिइन्द्र

प्रभारी चौकी इंचार्ज बरौदिया की निष्क्रिय कार्यप्रणाली के चलते नही हो सका चोरी का खुलासा

थाना नाराहट के ग्राम पारौल में जैन मंदिर में हुई थी अष्टधातु की प्रतिमा चोरी

खुलासा न होने से जनपद की जैन सामज में आक्रोश

ललितपुर। जनपद के थाना नाराहट के ग्राम पारौल में प्रचीन जैन मंदिर में माह सितम्बर में 16 अष्ट धातु की प्रतिमायें व चॉदी के छत्र चोरी की घटना के बाद दो माह बीत जाने के बाद भी खुलाशा न होते देख ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। आस्था के लुटेरों की तलाश कर रही पुलिस टीमों के हाथ कोई अहम सुराग हाथ न लगते देख जैन समाज के लोगो ने तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक नाराहट भगवानदास उमराव से लेकर पुलिस अधीक्षक गोपाल कृष्ण चौधरी से मुलाकात कर जल्द से जल्द खुलासे की मांग की थी लेकिन अभी तक पुलिस चोरों की पहुच से कोसो देर है। गौरतलब है कि जनपद के थाना नाराहट अंतर्गत ग्राम पारोल गांव में स्थित प्राचीन जैन मंदिर में दस लक्ष्ण पर्व का आयोजन किया जा रहा था, आय दिन श्रृद्धालुओं का भारी संख्या में मंदिर आना जाना बना हुआ था। ऐसे में तीन सितम्बर की मध्यरात्रि में मंदिर का ताला व कुंडी काट कर मंदिर के अंदर गर्भगृह में रखी अष्ट धातु की 13 छोटी, 3 बड़ी मूर्तियां व चार चॉदी के छत्र अज्ञात चोरो द्वारा चोरी हो जाने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी, चार सितम्बर की सुबह मंदिर में आये माली ने मंदिर में चोरी की घटना को देखते ही दंग रह गया और मन्दिर के पुजारी रमेश कुमार जैन को इसकी तुरंत सूचना दी थी। मन्दिर में चोरी की घटना की जानकारी मिलते ही श्रृद्धालुआ का जमावड़ा लग गया, एक ही वेदी की 13 छोटी मूर्तियां और तीन बड़ी मूर्तियां सिंहासन से चोरी होने की घटना के बाद पुलिस अधीक्षक गोपाल कृष्ण चौधरी ने मौका मुआयना कर पुलिस टीमों को जल्द से जल्द खुलासा करने के आदेश दिये थे। पुलिस ने नाराहट थाने में अज्ञात चोरो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी थी, लेकिन घटना के साठ दिन बीत जाने के बाद भी आस्था पर धावा बोलने वाले चोरों का खुलासा न होते देख ग्रामीणों में आक्रोश बना हुआ है, वही नाम खोलने पर विश्वसनीय सूत्रों ने बताया कि चोरी मामले में प्रभारी चौकी इंचार्ज बरौदिया द्वारा उक्त मामले में सैकड़ो लोगो को उठाकर कि चौकी लाया जाता रहा और सुविधा शुल्क लेकर  तत्काल छोड़ दिया जाता था जिसके चलते आज तक उक्त चोरी कांड को नही खोला जा सका। विगत दिन पुलिस अधीक्षक ललितपुर द्वारा जनपद में कानून व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से जनपद के विभिन्न थाने से प्रभारी निरीक्षक,एवं थानाध्यक्षो को बदलकर नए प्रभारी निरीक्षक व थानाध्यक्षो को भेजा गया है जिससे थाना क्षेत्रों में लगातार हो रहे अपराधों में गिरावट आ सके। इसी क्रम में नवागंतुक प्रभारी निरीक्षक नाराहट स्वास्तिक द्विवेदी के सामने दो माह पूर्व परौल जैन में हुई चोरी का खुलासा करना उनकी सबसे बड़ी चुनौती साबित हो सकती है क्योकि प्रभारी चौकी इंचार्ज बरौदिया उक्त मामले में अभी तक सिर्फ दिखावा करते नजर आते रहे है।


गठित पुलिस टीमों के हाथ भी खाली

मंदिर में हुई चोरी मामला पुलिस अभिलेखों में दर्ज होने के बाद भी खुलासा न होते देख श्रद्धालुओं का पुलिस से विश्वास उठता जा रहा है, अष्ट धातु की मूर्ति चोरी की घटना के बाद पुलिस टीमो ने संदिग्धों को उठाकर पूछताछ की पर कोई अहम सुराग हाथ नही लग सके। तीन सितम्बर को जैन मंदिर में हुई चोरी की मामले में पुलिस टीमो के हाथ आज भी खाली बने हुये है। सूत्रों की माने तो खुलासे में जुटी पुलिस टीमो एवं चौकी बरौदिया पुलिस का मूर्ति चोरी की घटना की और ध्यान ही नही है।

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