इन्द्रपाल सिंह प्रिइन्द्र
निपुण विद्यालय के लिए बनायी योजना का बच्चों के साथ करें क्रियान्वयन : नरेश रावत
मड़ावरा/ललितपुर। विकासखंड के ब्लॉक संसाधन केन्द्र पर गुरूवार को निपुण भारत मिशन के अंतर्गत सातवें और आठवें बैच के बुनियादी भाषा एवं गणित में कौशल विकास हेतु चार दिवसीय प्रशिक्षण का समापन हुआ। प्रशिक्षण का शुभारंभ माँ सरस्वती वंदना एवं अभियान गीत से किया गया। इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी नरेश कुमार रावत ने कहा कि निपुण विद्यालय के लिए बनायी योजना का बच्चों के साथ क्रियान्वयन करें, बच्चों ने कितना सीखा यह जानना बहुत जरूरी है। खंड शिक्षा अधिकारी नरेश कुमार रावत के निर्देशन में आयोजित प्रशिक्षण के अंतर्गत संदर्भदाता ए आर पी शक्ति सिंह, राजेश कुमार शर्मा, सुरेश कुमार, भरत लाल चौरसिया, उमाशंकर नामदेव ने प्रशिक्षण के उद्देश्य को समझाया एवं सम्प्राप्ति के आकलन हेतु निपुण लक्ष्य की कार्ययोजना को अति आवश्यक बताया। इसमें सेवारत शिक्षकों ने कोविड-19 के कारण प्रभावित शिक्षण व्यवस्था से आयी अधिगम रिक्तता को जाना एवं उसके समाधान पर ग्रुप में चार्ट बनाकर विचारों के माध्यम से प्रस्तुतिकरण किया गया। समूह परिचर्चा के द्वारा बच्चों को निपुण बनाने में आने वाली समस्याओं की विवेचना की गयी। सभी शिक्षकों ने समूह में अपने शिक्षण अनुभवों एवं उसमें आने वाली समस्याओं एवं बच्चों के न सीखने के कारणों को सांझा किया एवं उसके समाधान के विकल्प खोजे गये। इस मौके पर सहायक अध्यापक विशाल जैन पवा ने कहा कि सकारात्मक सोच के साथ बच्चों को शत-प्रतिशत देने का प्रयास करने से निश्चित ही उनके अधिगम में बृद्धि होगी। इप्रअ राजीव कुमार गुप्ता ने कहा बच्चों के सीखने के स्तर में सुधार के लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि उसे कितना सीखना चाहिए और वह कितना सीख रहा है। इप्रअ सरमनलाल ने कहा शिक्षण सम्बन्धि परिणाम अर्जित करने के लिए शैक्षिक गतिविधियों का समावेश करना बहुत आवश्यक है। प्रशिक्षण में इन्द्रा, प्रज्ञा, मौसम जैन, राजीव शर्मा, अनुज दीक्षित, रामजी निरंजन, कैलाश चंद्र, नितिन जैन, रविंद्र कुमार, आशाराम आदि ने भी निपुण विद्यालय बनाने हेतु सुझाव दिये। एनईपी- 2020, कक्षा शिक्षण में वार्षिक, साप्ताहिक एवं दैनिक कार्य योजना, कलांशों की रणनीतियाँ, ई एल पी एस पद्धति, सीखने सिखाने के सामान्य सिद्धांत, प्रयुक्त सामग्री, चार्ट, पोस्टर और पुस्तकें, भाषा के कौशल, गणित में प्रचलित क्रम, सेतु योजना की संकल्पना, उच्च लक्षित दक्षता, बच्चों की सहभागिता एवं समेकन पर विस्तृत चर्चा की गयी। देवेंद्र कुमार रावत, यशवेंद्र सिंह, मयंक बबेले, भूपेंद्र सिंह, रामप्रकाश पटेल, ग्यासीलाल, रामकुमार, धनीराम, रामकुमार, नरेन्द्र रजक, वेद प्रकाश, संजीव विदुआ, बालेन्द्र सिंह, मनीष कुमार, निर्गुण ब्रह्मदास, अवधेश गुप्ता, सुरेंद्र सिंह, जितेन्द्र कुमार आदि ने निर्धारित निपुण लक्ष्य तक बच्चों को पहुँचाने के लिए अपने सुझाव दिए। प्रोजेक्टर पर वीडियो के माध्यम से कक्षा शिक्षण की प्रभावी विधियों से अवगत कराया एवं प्रतिदिन का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। अर्चना नामदेव, प्रतिभा पाठक, लक्ष्मी गुप्ता, संगीता, रेनू श्रीवास्तव, प्रमोद नायक, हृदेश पांचाल, रामस्वरूप, रामप्रसाद आदि ने अभियान गीत और चेतना गीत की सुन्दर प्रस्तुति दी। प्रशिक्षण में प्राथमिक विद्यालय के एक सैकड़ा सेवारत शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। जिसमें दिलीप कुमार, विजय पंथ, दिव्यांशु वैद्य, सुनील कुमार, मानसिंह, अंकित चतुर्वेदी, आशीष त्रिपाठी आदि का सक्रिय सहयोग रहा।