राकेश केसरी
कौशाम्बी। प्रदेश सरकार ने 30 नवंबर तक सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का निर्देश दिया है,सरकार का निर्देश मिलने के बाद सड़कों के गड्ढे भरने के बजाय केवल औपचारिकता कर सरकारी खजाने से रकम निकाली जा रही है,सड़क को गड्ढा मुक्त करने के अभियान में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की भूमिका सवालों के घेरे में है। सरकार में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है,जिससे भ्रष्टाचारियों के द्वारा भ्रष्टाचार करके योगी सरकार को बदनाम करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ा जा रहा है। जिसका ताजा नमूना मंझनपुर विकास खण्ड के करारी से सटे मुकीमपुर गांव से महेन्द्र तक सड़क को गड्ढा मुक्त करने का काम लोक निर्माण विभाग निर्माण खण्ड ने ठेकेदार को दिया है,लेकिन ठेकेदार मनमानी पर उतारू है,सड़क में किसी भी प्रकार कोई सफाई नही किया और न ही डामर का छिड़काव किया गया है,गड्ढे भी नहीं भरे गए हैं,सीधा सड़क में घटिया क्वालिटी की गिट्टी डालकर सड़क को गड्ढा मुक्त करने का प्रयास हो रहा है। जबकि अधिकारियों की आंखों में धूल झोंककर रातों रात धन कुबेर बनने का सपना ठेकेदार देख रहा है। जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है,फिलहाल ग्रामीणों ने लोक निर्माण विभाग निर्माण खंड से शिकायत कर घटिया निर्माण पर रोक लगाए जाने और ठेकेदार के कार्यों की जांच कराकर दंडित किए जाने की मांग की है।

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