राकेश केसरी
दर्जनो ईट भटठा अबैध रुप से संचालित,राजस्व का करोंडो गोलमाल
कौशाम्बी। जिले मे दर्जनों ईंट भटठा्र संचालित हो रहे है। जिसमे श्रमिको के नाबालिग बच्चों को दवा,इलाज और शिक्षा की कोई ब्यवस्था नही है। ईंट भटठो पर काम करने वाले मजदूरो का पंजीकरण न होने के कारण उनको मजदूरी न के बराबर देकर उनका शोषण किया जा रहा है। वही पर खनन विभाग से बिना अनुमति के कार्य संचालित करके सरकार को करोडों का राजस्व हजम कर रहे है। पर्यावरण और प्रदूषण बोर्ड तथा खनन विभाग से अनुमति लेकर ईट भटठो को संचालन करने का सरकार ने फरमान जारी किया। जिसमे श्रम बिभाग मे श्रमिको का पजीकरण कराने के साथ साथ उनके नाबालिग बच्चो को इलाज,दवा और शिक्षा का साधन होने का प्रमाण पत्र जिले के श्रम विभाग मे दाखिल करने के बाद ईट बनाने का कार्य करने का सरकार का फरमान था। लेकिन इधर कुछ दिनो से दर्जनो ईट व्यवसाइयों द्वारा बिना अनुमति के भटठो मे ईट पथई और भराई के साथ पकाने का कार्य चोरी छिपे संचालित कर दिया गया है। जिससे प्रदेश सरकार को मिटटी खनन से करोडो का राजस्व चोरी हो रहा है। वही पर श्रमिको के रहने खाने की कोई ठोस व्यवस्था नही है। श्रमिको के बच्चो के बीमार होने पर उनके इलाज का कोई साधन नही है। ईट भटठो पर बच्चों के शिक्षा ग्रहण करने के लिए स्कूल नही खोले गए है। खनन अधिकारी ईट भटठों से मोटी रकम पसूल करके सरकार को चूना लगा रहे है। वही पर पर्यावरण को चिमनी से निकलने वाला धुंआ दूषित कर रहा है। किसी भी ईट भटठे पर मानक के अनुरुप चिमनी नही बनी है। जबकि ईट भटठा संचालित करने से पहले सरकार को लिखकर देना होता है कि श्रमिको का श्रम विभाग मे पंजीकरण होगा। श्रमिको के नाबालिग बच्चों को पढने के साथ महिलाओ को गर्भवती होने पर टीका करण की व्यवस्था होगी। श्रमिको के बच्चो को शिक्षा के साथ साथ इलाज की व्यवस्था होगी। लेकिन दर्जनो ईट भटठों पर मानक के अनुरुप कार्य हो रहा है। कुछ ईट भटठा सरकार की बिना अनुमति के चोरी से चलाए जा रहे है। श्रमिको का श्रम विभाग मे पंजीकरण न होने के कारण उनको उचित मजदूरी का भुगतान नही किया जा रहा है। अपर जिलाधिकारी राजस्व एवं वित्त ने बताया कि ईट भटठों को खनन विभाग से मिटटी निकालने का आदेश के बाद खनन होगा। श्रमिको का पजीकरण श्रम बिभाग मे कराने के बाद ईट पथाई कार्य संचालित होगा। श्रमिको को बीमारी मे इलाज की सुबिधा के साथ साथ बच्चो के इलाज की व्यवस्था होना आवस्यक है। यदि चोरी से बिना अनुमति के भटठा संचालित हो रहे है। जांच कराकर कार्यवाही किया जाऐगा।