राकेश केसरी
कौशाम्बी। पिछले एक पखवाड़े से जिलें कि प्रमुख बाजारों में मंदी का दौर चल रहा था किंतु सहालग के चलते बाजार की रौनक लौट आयी है और दुकानदारों के चेहरे खिल गये। सहालग के चलते रेडीमेड व वस्त्र भंडारों पर ग्राहकों का ताता लगा हुआ आसानी से देखा जा सकता है। वस्त्र भंडारों की हालत तो यह है कि लोगों को अपनी खरीदारी करने में अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है तो वहीं दूसरी ओर रेडीमेड कपड़ों की बिक्री अधिक बढ़ी है। सहालग के चलते स्थानीय टेलरों के पास काम की अधिकता व भरमार बनी हुई है,दर्जी पुराने काम को निपटा रहे है और नये काम को आसानी से हाथ में नहीं लेते,जिस कारण से लोगों को मजबूरन रेडीमेड वस्त्रों की ओर आकर्षित होना पड़ रहा है। कम समय और अधिक आकर्षक व स्टाइलिश कपड़े रेडीमेड की दुकानों पर ही मिलना संभव है जिसके चलते रेडीमेड व्यवसाइयों की दुकानों पर ग्राहकों की भरमार है। दूसरी ओर बैंडबाजों की एक ही तारीख में दो से तीन बुकिंग हैं जो लोगों को निर्धारित समय ही दे पा रहे हैं,जिस कारण से लोगों को उनके अनुसार ही बारात को चढ़ाना होता है। बैंड बाजे वालों के पास पहले से ही पर्याप्त बुकिंग बनी हुई हैं नई बुकिंग के लिये लोगो को काफी मशक्कत उठानी पड़ रही है। वही सोना-चादी की कीमतों में इजाफा होने के चलते आम नागरिक अधिकतर आर्टिफीसियल गहनों को ही पंसद कर रहा है जिसके चलते बाजार में आर्टिफीसियल गहनों की माग बढ़ी है