इन्द्रपाल सिंह प्रिइन्द्र
सुश्री दीप्तीश्री जी के मुखार विंद से कथा
ललितपुर। पांचवें दिवस की कथा में कथा व्यास ने श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया। जिसमें मटकी फोड़ते हुये कृष्ण कन्हैया से गोकुल की गोपियां परेशान भी होती है व जिस दिन गोपियों की भट्टी नही फूटती तब तक गोपियों को नींद नही आती तथा यमुना के जल में विष घोल रहे कालिया नाग को अपनी कला के माध्यम से यमुना नदी से कालिया नाग के फन पर डांस करके बाहर निकालकर सभी का उद्धार किया। युवनकाल में गोपीयों के वस्त्र चुरा लिया करते और अन्य कलाये दिखाकर विभिन्न रक्षको का वध किया व अपनी मुरली की धुन से पूरे गोकुल को मन मुग्ध कर दिया। प्राचीन परम्परा में इंद्र की पूजा बन्द करके गौवर्धन पूजा छप्पन भोगपूजन प्रारम्भ व कंस वध के सभी को कंस के अत्याचार से मुक्ति दिलाई। इस मौके पर अतिथि के रूप में सदर विधायक रामरतन कुशवाहा, नपाध्यक्ष, राजेश लिटौरिया, एड. हांकिम सिंह लोधी, लक्ष्मीनारायण विश्वकर्मा, व्यासपीठ का पूजन किया और भागवत भगवान की आरती उतारी। मुख्य यजमान सीताराम विश्वकर्मा, सह यजमान महेश सोनी व गनपत सोनी, सह परिवार रहे प्रसाद वितरण-छप्पनभोग कृष्णकांत साहू, रमाकांत साहू, विनोद पटेल, रमेश नगाइज, दीपक, अशोक सिंह, रामेश्वर राठौर शामिल रहे। इस मौके पर मंदिर के पुजारी ठाकुरदासजी, यज्ञाचार्य प्रमोद लिटौरिय, समिति के अध्यक्ष राजबहादुर श्रीवास्तव, डीके तिवारी, हरनाम सिंह तोमर, रमेश सिंह, भरत पुरोहित, जगदीशप्रसाद तिवारी, रामचरण तिवारी, प्रतापनारायण गुप्ता, रमेश नगाइच, भगवत कुशवाहा, सतीश परिहार, नीरज तिवारी, देवेंद्र निरंजन, कृष्णकांत साहू, आकाश सेन, आशीष तिवारी, राहुल कुशवाहा, आलोक खरे, मनोज साहू, राजकुमार साहू, पंकज तिवारी, कुंजबिहारी, मुकेश साहू, दिनेश श्रीवास्तव, महेश सेन, रमेश सोनी, रामकुमार नामदेव, हर्ष, अभिषेक यादव, अजय राजपूत, राजेश यादव, महेंद्र सिंदवाहा, छक्कीलाल साहू, कमलू यादव, विजय झा, राहुल साहू, अमित सेन, राजेंद्र यादव, दीपक यादव, गोविन्द नारायन कुशवाहा, प्रेम नारायण कुशवाहा, ब्रज नारायन कुशवाहा, मेघराज कुशवाहा, शिवा कुशवाहा, चक्रेश कुशवाहा, रोहित कुशवाहा, पेरिस कुशवाहा, डालचंद कुशवाहा, आकाश कुशवाहा, विशाल कुशवाहा, लक्ष्मी सतभैया, पंकज सतभैया, कृष्णा सतभैया, उर्मी सतभैया समस्त मोहल्लावासी ने कथा का श्रवण किया।