इन्द्रपाल सिंह प्रिइन्द्र
मुनिश्री ने कहा धर्म से जुडने में ही व्यक्ति का कल्याण
ललितपुर। क्षेत्रपाल मंदिर में मुनिश्री सुधासागर महाराज ने कहा व्यक्ति अच्छा सोचना चाहता है लेकिन नहीं सोच पाता ऐसा ही व्यक्ति अच्छा बनना चाहता लेकिन उस दिशा में आगे नहीं वढ पाता। धर्म जीवन में स्वच्छन्दता को नकारता है। उन्होने कहा प्रकृति ने दिया जो कुछ है देखने के लिए है, जो देखने लायक नहीं है उसे छिपकर देख रहे हो आखिर किस लिए। मुनि श्री ने श्रावकों को प्रेरणा दी कि जीवन में अच्छा सोचोगे और बुराईयों से दूर रहोगे आत्मिक शान्ति मिलेगी। मुनि श्री ने कहा धर्म ही जीवन में श्रेष्ठ है इसको समझो और अपने जीवन में उतारो यह नर जन्म मिला है जिसको सार्थक करो इसी में कल्याण है। सुबह मूलनायक अभिनंदनोदय अतिशय तीर्थ पर मूलनायक अभिनंदननाथ भगवान का अभिषेक भक्तजनों ने किया इसके उपरान्त मुनि सुधासागर महाराज के मुखारविन्द शान्तिधारा पुण्र्याजक परिवार द्वारा हुई तदुपरान्त धर्मसभा का शुभारम्भ आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के चित्र के अनावरण के साथ श्रेष्ठीजनों ने किया तथा महिला मण्डल ने मुनिश्री को शास्त्र भेंट का पुण्र्याजन किया।