देश

national

विद्युत विभाग के खिलाफ फूटा व्यापारियों का गुस्सा

Friday, November 11, 2022

/ by Today Warta



इन्द्रपाल सिंह प्रिइन्द्र

मनमाने तरीके से गलत बिल और मीटरों से छेड़छाड़ के गंभीर आरोप

मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर उठायी उच्च स्तरीय जांच कर कार्यवाही की मांग

ललितपुर। विद्युत विभाग द्वारा तमाम प्रकार से आम जनता के साथ-साथ व्यापारियों का उत्पीडऩ किया जा रहा है। उत्पीडऩात्मक कार्यवाहियों को रोकते हुये आमजन व व्यापारियों को राहत पहुंचाने के लिए शुक्रवार को जिला उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल ने प्रदेश चेयरमेन महेन्द्र जैन मयूर व जिलाध्यक्ष प्रदीप कुमार त्रिपाठी के संयुक्त नेतृत्व में जिला परिषद स्थित विद्युत कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन उपरान्त मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित एक ज्ञापन अधिशाषी अभियंता के जरिए भेजा गया। ज्ञापन में बताया कि ललितपुर के नगरों, कस्बों में विद्युत अधिकारियों द्वारा विद्युत चैकिंग, मीटर बदलने एवं नये कनेक्शन देने के नाम पर उपभोक्ताओं व्यापारियों को बेवजह परेशान कर उनके साथ गलत व्यवहार कर अपमानित किया जा रहा है तथा उनका दोहन, आर्थिक शोषण का क्रम निरन्तर जारी जारी है जिससे शासन की छवि धूमिल हो रही है और प्रशासनिक अधिकारी इनके ऊपर लगाम नहीं लगा पा रहे हैं। विद्युत चैकिंग के दौरान व्यापारियों एवं आम उपभोक्ताओं के आवासों के बाहर लगे मीटरो में छेडछाड करने व शण्ट लगाये जाने की बात कहकर तानाशाही रवैया अपनाया जा रहा है। विद्युत मीटरों को उखाड़ककर सड़कों पर रखकर खोला जा रहा है व उसमें गडबडी बताकर निर्दोष लोगों के विरूद्ध मुकद्मे दर्ज कर उनके कनेक्शन को काटकर उन्हें कार्यालय बुलाकर ब्लैकमेल किया जा रहा है। विद्युत मीटर विभाग में शासन द्वारा विद्युत मीटर परीक्षण शाला स्थापित की गयी है । जिनमें उन मीटरों की जॉच की जाती है जिनको चैकिंग के दौरान संदिग्ध पाया जाता है, उनकी जॉच/परीक्षण कार्यालय में उपभोक्ता के सामने की जाती है जबकि ललितपुर में विवेकहीन अधिकारी तानाशाहीपूर्ण रवैये के साथ मीटरों में गडबडी बता रहे हैं जो कि विद्युत नियामक आयोग और विद्युत अधिनियम के विरूद्ध है व असंवैधानिक है। अधिशाषी अभियन्ता कार्यालय में जे.ई. व व उपखण्ड अधिकारी/अवर अभियन्ता द्वारा विद्युत चैकिंग की रिपोर्ट गलत तरीके से प्रेषित की जा रही है और अधिशाषी अभियन्ता कार्यालय में उपभोक्ताओं द्वारा काननी विवादों से बचने के लिये अपराध को स्वीकार किया जाता है तब उनके ऊपर गलत तरीके से शमन व कर निर्धारण करके लाखों की वसूली की जा रही है तथा इसके साथ ही अनेक उपभोक्ताओं के लाखों के बिलों को लेनदेन करके हजारों में निस्तारित किया जा रहा है। विद्युत चैकिंग के दौरान उन अधिकारियों को भी लगाया जा रहा है जो बाहर के जनपदों के लाखों रूपये के घोटाले में लिप्त पाये गये हैं व उनके विरूद्ध विभागीय कार्यवाही अभी लम्बित है और ऐसे अधिकारी शासन की छवि को धूमिल कर उपभोक्ताओं से लूट खसोट करने में व्यस्त हैं। अभी हाल ही में शासन द्वारा यह निर्देश जारी किये गये हैं कि विद्युत चैकिंग करने के पूर्व चैकिंग टीम अपने आईकार्ड को अपने गले में डालकर रखेंगे व चैकिंग के पूर्व उपभोक्ताओं के साथ एक सेल्फी खिचवायेंगे, जो कि नहीं किया जा रहा है। विद्युत अधिकारी ओवर लोड के नाम पर उपभोक्ताओं का उत्पीडऩ कर रहे हैं। जबकि प्रतिमाह मीटर रीडिंग लेते समय यदि उपभोक्ता ने लोड से अधिक विद्युत को कन्ज्यूम किया है तो उसके बिलों में पेनल चार्ज स्वत: ही उपभोक्ता के बिलों में जुड जाता है और लगातार लोड बढऩे की दशा में विद्युत रीडर विभाग को सूचना देकर उपभोक्ता का लोड स्वत: ही बढ़ा सकता है फिर लोड के नाम पर उत्पीडऩ व अवैध वसूली क्यों की जा रही है। जनपद में ट्रांसफार्मरों की मरम्मतों के कार्य में बेहद गडबडी की जा रही है और इसमें बहुत ही घपले व गड़बड़ी की सम्भावनायें है, ऐसी जानकारी प्राप्त हुई है कि मरम्मत किये गये ट्रांसफार्मरों को जब किसी जगह स्थापित किया जाता है तो कई स्थानों पर कुछ ही दिनों में वह ट्रांसफार्मर खराब हो जाता है । अत: मरम्मत के नाम पर की जा रही खानापूर्ति अविलम्ब बन्द करयी जाये व फर्जी मरम्मत करने वालों की जॉच कराकर कार्यवाही करायी जाये। चंदेरा औद्योगिक आस्थान में स्वतंत्र फीडर होने के बाद भी उद्यमी के कार्य करते समय या फैक्ट्री संचालित करते समय बिजली के बार-बार ट्रिप होने से उद्यमियों का काफी आर्थिक नुकसान होता है और उसका कच्चा माल भी ट्रिपिंग के कारण खराब हो जाता है जिस कारण उन्हें भारी क्षति उठानी पड़ रही है जिससे उद्यमियों मेें विभाग के प्रति भारी रोष व्याप्त है। चंदेरा आस्थान के उद्यमियों ने शासन व प्रशासन की मांग की है कि चंदेरा औद्योगिक आस्थान के लिये एक नये सब स्टेशन का निर्माण अतिशीघ्र करा दिया जाये जिससे आये दिन होने वाले नुकसान व ट्रिपिंग से बचा जा सके। जिससे व्यापारियों का उत्पादन बाधित न हो। व्यापारियों ने मुख्यमंत्री से जनपद में विद्युत चैकिंग के नाम पर अपनाये जा रहे तानाशाही पूर्ण रवैये और की जा रही लूट खसोट को तुरन्त बन्द किया जाये और अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरूद्ध कडी कार्यवाही की जाये तथा संदिग्ध मीटरों की जॉच शासन द्वारा निर्धारित लैब से करायी जाये तथा चंदेरा औद्योगिक आस्थान के लिये स्वतंत्र सब स्टेशन का निर्माण कर सुचारू किया जावे तथा भ्रष्ट अधिकारियों को चैकिंग में लगवाने की व्यवस्था बन्द करायी जाये व असिस्मेंट के नाम पर हो रही वसूली को समाप्त किया जावे। व्यापार मण्डल ने कहा कि आज का यह प्रदर्शन सांकेतिक है यदि व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया तो भविष्य में एक वृहद आन्दोलन की रूपरेखा तैयार की जावेगी। ज्ञापन देते समय प्रदेश चेयरमैन महेन्द्र मयूर, जिलाध्यक्ष प्रदीप त्रिपाठी, महामंत्री अनिल जैन, केदारनाथ तिवारी, महेन्द्र जैन मोनू, अशोक जैन अनौरा, नवीन सिंघई, पंकज बिरधा, राजीव पटवारी, अवध बिहारी उपाध्याय, मज्जू सोनी, राहुल मोदी, राजीव सुडेले, दीपक सोनी, संजीव जैन कप्तान, मुन्नालाल जैन एड., अभय जैन एड., ज्ञान प्रकाश खण्डेलवाल, मनोज, पार्षद आलोक जैन मयूर, हरीश सिंघई, मुहम्मद नईम, संजीव जैन, विजय, अविनेश जैन, सतीश, अंकित जैन, रीतेश सिंघई, हेमन्त, सचिन कुमार, रोहित, राजीव जैन, सुमत जैन, अरविन्द जैन, सतीश जैन, मुकेश जैन, मनोज जैन, संजीव जैन, पवन कुमार, वीरेन्द्र जैन, उदयभान सिंह यादव, सोहन लाल निरंजन, रामकुमार राय, महेश सतभैया आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

Don't Miss
© all rights reserved
Managed by 'Todat Warta'