राजीव कुमार जैन रानू
किसानों ने जिला प्रशासन से मांगी आर्थिक मदद
ललितपुर। मध्य प्रदेश के जिला टीकमगढ़ की जामनी नहर से निकाली माइनर फट जाने से किसानों के खेतों में पानी भर गया है, जिससे उनके द्वारा बोई गयी मटर की फसल बर्बाद हो गयी ळै। मामले की जांच कर कार्यवाही किये जाने को लेकर किसानों ने एक ज्ञापन जिलाधिकारी को भेजा है। ज्ञापन में तहसील महरौनी के ग्राम कुम्हैड़ी के किसानों ने बताया कि गांव में ही किसानों की खेती की जमीन है जिस पर खेती किसानी कर वह अपने परिवार का भरण पोषण करते है। उनके खेत के बीच से जामनी बांध नहर टीकमगढ़ माईनर निकली हुई है। बताया कि पांच दिसम्बर को सुबह के समय उनके खेत से निकली उपरोक्त नहर फट गयी है, जिससे नहर का पानी खेत में बोयी गयी मटर की फसल में भर गया है व साथ ही अन्य किसान सहदेव निरंजन तनय कन्हैयालाल, देवेन्द्र निरजन तनय कन्हैयालाल, देवेन्द्र दीक्षित तनय मोतीलाल दीक्षित राजू तनय छत्तू अहिरवार, कैलाश तनय थोवन अहिरवार आदि के खेतों में भर गया है जिससे हम सभी लोगो की फसल को काफी नुकशान हो गया है। बताया कि उक्त नहर सन 2016 से प्रत्येक वर्ष फट जाती है, जिससे हर वर्ष ही किसानों की फसल का नुकशान हो जाता है एवं मिट्टी बह जाती है। जिसकी पूर्व में ही किसानों द्वारा सिंचाई विभाग में शिकायत की गयी, लेकिन हर बार ही विभागीय अधिकारियों द्वारा कोई उचित कार्य उपरोक्त नहर पर नही किया गया है जिससे हर बार ही हम किसानों का नुकशान हो रहा है। किसानों ने जिला प्रशासन से नहर को ठीक कराते हुये कार्यवाही कर नुकसान की भरपाई कराने की मांग उठायी है। ज्ञापन देते समय महेन्द्र दीक्षित, सहदेव निरंजन, देवेन्द्र निरंजन, देवेन्द्र दीक्षित, कैलाश अहिरवार, राजू अहिरवार मौजूद रहे।