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सीएमओ कार्यालय के गायब अभिलेखों का नहीं लग सका सुराग

Monday, December 5, 2022

/ by Today Warta



राकेश केसरी

दोषी लिपिक के खिलाफ नहीं दर्ज कराया गया मुकदमा

कौशाम्बी। जिले में नर्सिंग होम अस्पताल और क्लीनिक के रजिस्ट्रेशन से संबंधित अभिलेख वर्षों पहले विभाग से गायब हो गए हैं,मामले की जानकारी मिलने के महीनों बाद भी दोषी लिपिक पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने मुकदमा नहीं दर्ज कराया है। गायब अभिलेखों को खोजने का प्रयास नहीं हुआ है,बताया जाता है कि अस्पताल, नर्सिंग होम, क्लीनिक के रजिस्ट्रेशन में फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेशन जारी किए गए हैं,फर्जी अभिलेखों के जरिए तमाम अस्पतालों का संचालन संबंधित लिपिक ने शुरू करा दिया था,जब फर्जी रजिस्ट्रेशन की शिकायतें शुरू हुई तो रहस्यमय तरीके से अभिलेख को गायब कर दिया गया है, जिससे फर्जी अस्पतालों के संचालन में व्यवधान ना पड़ सके। अस्पतालों के फर्जी रजिस्ट्रेशन के मामले की भी जांच लटक गई है,जिससे फर्जी तरीके से अस्पताल संचालन करने वाले लोगों के हौसले बुलंद हैं। अस्पताल नर्सिंग होम क्लीनिक के रजिस्ट्रेशन की जिम्मेदारी जिस लिपिक को सौंपी गई थी, फाइल गायब करने का आरोप संबंधित लिपिक पर लग रहा है,लेकिन सीएमओ कार्यालय के इर्द-गिर्द घूमने वाले एक चर्चित लिपिक के सहारे इस गंभीर प्रकरण पर पर्दा डालने का खेल शुरू हो गया है,विभाग से अभिलेख गायब हो जाने के मामले में जिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेकर जांच कराई तो,कई लिपिक पर मुकदमा दर्ज होना उनकी गिरफ्तारी होना निश्चित है लेकिन अभी तक इस गंभीर प्रकरण पर मुकदमा दर्ज कराकर दोषी लिपिक को गिरफ्तार नही किया गया है,जिससे अवैध अस्पताल का संचालन बेखौफ तरीके से जारी है,जहां इलाज के दौरान मरीजों से केवल धन वसूली होती है,जहां इलाज में लापरवाही के चलते मरीजों की आए दिन मौत हो रही है,यह मामला बेहद गंभीर है मरीजों की मौत को रोकना होगा और फर्जी अस्पतालों को बंद कराना होगा। अस्पतालों के रजिस्ट्रेशन की पत्रावली को गायब करने वाले लिपिक पर कठोर कार्रवाई किए जाने की जरूरत है,लेकिन अभी तक दोषी पर कार्यवाही नहीं हो सकी है,इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन काफी प्रयास के बाद उनसे बात नहीं हो सकी है। 


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