भोपाल (राज्य ब्यूरो)। मध्य प्रदेश में नए बने सात मेडिकल कालेजों में एमबीबीएस की सीटें बढ़ाई जाएंगी। इन सभी में मिलाकर अभी 900 सीटें हैं जो बढ़कर 1750 हो जाएंगी। यानी 850 सीटों की वृद्धि होगी। इनमें शहडोल, विदिशा, रतलाम, खंडवा, दतिया, शिवपुरी और छिंदवाड़ा शामिल हैं। इन कालेजों में अभी 100 से लेकर 180 सीटें हैं। अब हर जगह 250 सीट करने का प्रस्ताव है। चिकित्सा शिक्षा संचालनालय (डीएमई) ने इस संबंध में राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (एनएमसी) को प्रस्ताव भेजा है। एनएमसी के निरीक्षण में सब कुछ मापदंडों के अनुकूल मिला तो नई सीटों को मान्यता मिल जाएगी।बता दें कि प्रदेश के 13 सरकारी मेडिकल कालेजों में अभी एमबीबीएस 2118 सीटे हैं। संचालक चिकित्सा शिक्षा डा. जितेन शुक्ला ने बताया कि बुंदेलखंड मेडिकल कालेज सागर में अभी एमबीबीएस 125 सीटें हैं, जिन्हें बढ़ाकर 250 करने का प्रस्ताव है।
हाल ही में मेडिकल कालेजों में प्रशासनिक अधिकारी की नियुक्ति का प्रस्ताव कैबिनेट में लाया जा रहा था। इसके लिए भी यह तर्क दिया गया था कि सीटें बढ़ने पर प्रशासनिक अधिकारी की जरूरत पड़ेगी। हालांकि, चिकित्सा शिक्षक संघ के विरोध के बाद यह प्रस्ताव रोक दिया गया। रतलाम और दतिया मेडिकल कालेज में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम (एमडी-एमएस) भी शुरू हो चुका है। अगले सत्र में बाकी पांच कालेजों में भी पीजी शुरू करने की तैयारी है हालांकि, एमबीबीएस की सीटें बढ़ाने और पीजी शुरू करने में सबसे बड़ी चुनौती फैकेल्टी की कमी पूरा करना है। इसके अलावा मरीजों की संख्या भी एनएमसी के मापदंड से कम पड़ सकती है।
अभी कहां कितने सीटें
विदिशा-- 180
रतलाम-- 180
खंडवा--120
दतिया--120
शहडोल--100
छिंदवाड़ा--100
शिवपुरी--100
कुल- 900
बढ़कर हो जाएंगी --1750