कमल सिंह
बांदा/बबेरूl मकर संक्रांति का उत्सव व समरसता भोज भी हुआ l स्वयंसेवकों ने विभिन्न खेल जैसे सुदर्शन चक्र , शेर लोमड़ी, टैंक युद्ध, फल , सब्जी, फूल आदि खेले ,सूर्य नमस्कार लगाए, योग व्यायाम, आसन का प्रदर्शन शारीरिक के अंतर्गत व बौद्धिक कार्यक्रम के अंतर्गत गीत चन्दन है इस देश की माटी, तपोभूमि हर ग्राम है l सुभाषित व अमृत वचन हुआ l वार्षिकोत्सव के मुख्य वक्ता संजय जी विभाग कार्यवाह चित्रकूट विभाग बांदा रहे l संजय अपने उदबोधन में बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ 98 वर्षों से शाखा के माध्यम से व्यक्ति निर्माण का कार्य कर रहा है l शाखा के स्वयंसेवक वर्ष में एक बार शाखा की विस्तृत सूची से व समाज के लोगो को अपने वार्षिकोत्सव में बुलाकर शाखा के शारीरिक व बौद्धिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन करते है l 12 जनवरी स्वामी विवेकानन्द जी व माता जीजाबाई का जन्म दिन है l स्वामी विवेकानंद जी ने शिकागो की धर्म सभा में कहा कि गर्व से कहो कि हम हिन्दू है l परम पूज्यनीय डॉक्टर हेडगेवार जी ने हिंदू समाज को संगठित करने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना कुछ बाल स्वयंसेवकों के साथ नागपुर में की l आज संघ विचार परिवार वट वृक्ष के रूप में है l विद्यार्थियों के बीच अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, किसानों के बीच अखिल भारतीय किसान संघ, आरोग्य भारती, शिक्षा क्षेत्र में विद्या भारती, राजनीति में भाजपा, ग्राहक पंचायत, विश्व हिंदू परिषद, हिंदू जागरण मंच आदि संगठन है l जब सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है तो इसे मकर संक्रान्ति कहते है l इसमें सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण की ओर जाता है l भीष्म पितामह ने 58वर्ष तक बाणों से बनी सर शैय्या पर रहे लेकिन प्राण उत्तरायण होने में त्याग किया l आज से पवित्र कार्य प्रारम्भ होते है l खिचड़ी खिलाई समरसता भोज किया गया l राजनीतिक संक्रमण के अंतर्गत लैंड जेहाद व लव जेहाद आज प्रचलित है l श्रद्धा के 27 टुकड़े लव जेहाद के कारण हुए l पूर्वोत्तर से घुसपैठ रोकने के लिए नागरिक संशोधन,, धारा 370 श्री राम जन्मभूमि समर्पण निधि अभियान सबसे बड़े अभियान रहे l रूस यूक्रेन युद्ध में तिरंगा लगे वाहनों को नही रोका जाता था l यह हमारे लिए गर्व की है l इसलिए हम शाखा आकार व्यक्तिगत विकास करते है l व जागरण के लिए शाखा का उपक्रम प्रारम्भ करेगे व समाज परिवर्तन का कार्य करेगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री छेदीलाल वर्मा जी ने कि l इस कार्यक्रम मे मुख्य रूप से नरेन्द्र सोनी, रामप्रसाद सोनी, शिवप्रकाश ,सचिन जी, हरिशंकर राजपूत सहित सैकड़ों स्वयंसेवक उपस्थित रहे l