जबलपुर। वर्ल्ड रामायण कांफ्रेंस में शामिल होने जबलपुर आए सेवानिवृत्त मेजर जनरल जीडी बख्शी ने कहा कि चीन के विरुद्ध भारतीय सेना के हाथ खोल देने चाहिए। वे पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने चीन की विस्तारवादी सोच पर कटाक्ष करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच हुई हथियार न चलाने की संधि पर पुनर्विचार वक्त का तकाजा है। दरअसल, चीन को कड़ी चेतावनी दे देनी चाहिए कि अब आपको यह सन्धि बचा नहीं पाएगी। यदि चीन हमला करता है, तो सेना के हाथ खोल दिए जाएं। उन्होंने साफ किया है कि धक्का-मुक्की दोस्तों के साथ होती है, दुश्मनों के साथ नहीं।
राहुल गांधी पर निशाना साधा
जीडी बख्शी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नाम लिए बगैर उन्हें भी नसीहत दी। उन्होंने कहा कि भारत की फौज के लिए पिटने जैसे शब्दों का इस्तेमाल करना दुर्भाग्यपूर्ण हैं, जबकि वह हकीकत से वाकिफ नहीं हैं। उन्होंने उल्टा सवाल किया है कि क्या राहुल गांधी भारतीय सेना का शौर्य और साहस देखने सीमा पर गए हैं, जो फौज के लिए पिटने जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं? मेजर जनरल बक्शी ने कहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों में सब को एकजुट होना चाहिए।
चीन की विस्तारवादी सोच पर क्या कहा?
मेजर जनरल जीडी बक्शी ने चीन की विस्तारवादी सोच को भी जमकर आड़े हाथों लिया। उन्होंने साल 1959 का जिक्र करते हुए कहा है कि जब भी चीन में गदर मचती है, तो चीनी सरकार ध्यान भटकाने के लिए हमलों और दूसरे देश की जमीनों पर कब्जे जैसी रणनीति पर काम करना शुरू कर देती है। इस समय चीन कोरोना की भीषण महामारी का सामना कर रहा है। इसके बावजूद चीन अपना घर देखने के बजाय आक्रामक तेवर दिखा रहा है।