राकेश केशरी
कौशाम्बी। कड़ाके की सर्दी से बचने को लोग बाहरी ही नहीं, बल्कि अंदरूनी गर्मी को सुपरफूड का सहारा ले रहे हैं। इस समय गुड़ से बने व्यंजन को अत्याधिक महत्व दिया जा रहा है। इसके अलावा टाइमपास व गरीबों का बादाम कहे जाने वाली मूंगफली भी शरीर को दम दे रही है। सर्दी ने दिनचर्या को अस्त-व्यस्त कर दिया है। राहत पाने को लोग अपने-अपने हिसाब से इंतजाम करने में जुटे हैं। ऊनी कपड़े, इलेक्ट्रानिक उपकरण को खरीदने की कवायद चल रही है। ठेलों पर बिक रही मूंगफली हो या दुकानों में मिलने वाली रेवड़ी, गजक, गुड़ और तिल, मूंगफली के दाने से बनी खाद्य सामग्री की बिक्री में जबरदस्त उछाल है। मंझनपुर चैराहे पर मूंगफली बेचने वाले विक्रेताओं ने बताया कि वह रोजाना करीब 50 किलो से अधिक मूंगफली लेकर आते हैं। शाम होते-होते पूरा स्टॉक खाली हो जाता है। इधर, ठेला लगाने वाले संजय गुप्ता ने बताया कि तिल से बनी चीजों की बिक्री काफी बढ़ गई है। जिसमें रेवड़ी, गजक, मूंगफली व मूंगफली की गजक शामिल है। सर्दी में लोग इन सभी चीजों का अधिक प्रयोग करते हैं। रोजाना अच्छी बिक्री होती है।