राकेश केशरी
कौशाम्बी। सर्दी बढने के साथ ही बदलते मौसम के कारण बच्चे बीमार होने लगे है। इस समय अस्पतालों में बड़ों से ज्यादा अभिभावक अपने बच्चों के इलाज के लिए ला रहे हैं। इनमें से अधिकतर बच्चे सांस,बुखार,नजला जुकाम और खांसी की बीमारी से पीडित हैं। सीएचसी ही नहीं निजी चिकित्सकों के पास भी बीमारियों से पीडित बच्चों की भीड़ लगी हुई है। बच्चों में होने वाली सांस की बीमारी को अनदेखा करना खतरनाक साबित हो सकता है। इस रोग का सही समय पर उपचार न हो तो यह बड़ी उम्र तक भी उनका पीछा नहीं छोड़ता। चिकित्सकों का कहना है कि बच्चों को धूल.मिट्टी से दूर रखना चाहिए और सर्दी से बच्चे को बचाकर रखना चाहिए। ज्यादा ठंडी चीजें खाने को नहीं देनी चाहिए। बच्चे को उबला हुआ पानी पिलाया जाए तो बीमारी होने का खतरा कम रहता है। बीमारी का आभास होने पर तुरंत विशेषज्ञ से चिकित्सा दिलवानी चाहिए।