राकेश केशरी
मानक विहीन संचालित हो रहे शादी घरों में बढ़ रहीं अपराधिक घटनाएं
कौशाम्बी। छोटी सी जन्म दिन पार्टी हो सगाई या फिर बेटा-बेटी का विवाह, सभी कार्यक्रमों के लिए अब गेस्ट हाउस लोगों की पसंद बनते जा रहे हैं। लेकिन जिले में संचालित शादी घर मानक विहीन हैं। इनमें न तो सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और न ही सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इस कारण ऐसे गेस्ट हाउस में अपराधिक वारदातें लगातार बढ़ रही हैं। सहालग के दौर में ये गेस्ट हाउस भी पुलिस के लिए सिर दर्द बनते जा रहे हैं। शादी विवाह के माहौल में बेहतर सुविधाएं देने के नाम पर अब तक जिले भर में सौ से अधिक शादी विवाह घर तैयार हैं। इनमें से 30 गेस्ट हाउस अकेले चायल तहसील क्षेत्र में संचालित है। विभागीय रिकार्ड के अनुसार इनमें से अधिकतर गेस्ट हाउस रजिस्टर्ड नहीं हैं। बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित हो रहे गेस्ट हाउस में अपराधिक गतिविधियों का अंदेशा बना रहता है।
क्या है गेस्ट हाउस संचालित करने के मानक
स्वच्छ पेयजल,पार्किंग की सुविधा,हवादार कमरे और लॉन,आठ से अधिक पैनल वाले सीसीटीवी कैमरे। कम से कम चार सुरक्षा कर्मी। आगलगी की घटनाओं से बचाव के लिए अग्निशमन यंत्र लगा हो। स्त्री और पुरुष के लिए अलग-अलग शौचालय। गेस्ट हाउस स्थानीय एसडीएम कार्यकाल अथवा नगर पंचायत और नगर पालिका में रजिस्टर्ड हो। एसडीएम चायल का कहना है कि चायल तहसील क्षेत्र में जितने भी शादी विवाह घर अथवा गेस्ट हाउस संचालित हो रहे है, उनको चिन्हित किया जा रहा है। जो भी मानक विहीन हैं, उनको चेतावनी देकर मानक को पूरा कराया जाएगा। गलत अथवा अवैध तरीके से संचालित गेस्ट हाउस को बंद कराया जायेगा।