इन्द्रपाल सिंह'प्रिइन्द्र
आउटरीच कैंप में लंबाई, वजन मापा गया, दवा का भी किया वितरण
ललितपुर। राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत मोहल्ला महावीपुरा स्थित आंगनबाड़ी केंद्र पर आउटरीच कैंप का आयोजन किया गया। इस दौरान किशोरावस्था में होने वाले शारीरिक भावनात्मक एवं सामाजिक परिवर्तन से उत्पन्न होने वाली समस्याओं पर चर्चा की गई। आरबीएसके डीईआईसी मैनेजर डा.सुखदेव ने बताया कि राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत माह जनवरी की मासिक थीम किशोरावस्था के शारीरिक परिवर्तन, बदलाव पर चर्चा है। आंगनबाड़ी केन्द्र पर वी. एच. एन. डी. बुधवार व शनिवार को मनाया जाता है। इस दिन किशोर किशोरियों को आयरन की गोलियां एवं किशोरावस्था में होने वाले शारीरिक भावनात्मक एवं सामाजिक परिवर्तन व किशोरावस्था में होने वाले परिवर्तनों समबन्धी समस्याओ के प्रति जागरूक किया जाता है। 5 से 10 वर्ष के छात्र- छात्राओं को आई.एफ.ए. की पिंक गोली प्रति सप्ताह खिलाई जाती है। इसी प्रकार10-19 वर्ष के किशोर एवं किशोरियों को आई. एफ. ए. की नीली गोली प्रति सप्ताह खिलाई जाती है। इस दौरान सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में आई.एफ.ए. की नीली गोली का सेवन प्रति सप्ताह सोमवार को शिक्षकों की निगरानी में कराया जाता है। 10-19 वर्ष की स्कूल न जाने वाली किशोरियों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा ए.एन.एम. की निगरानी में देने के निर्देश हैं। शहर में यू एच.एन.डी. के दिन आयरन की नीली गोली का सेवन कराया जाता है। साथिया केंद्र के काउंसलर राजेंद्र मिश्रा ने बताया कि मोहल्ला महावीरपुरा स्थित आंगनबाड़ी केंद्र पर आउटरीच कैंप में 10 बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई गई और पांच बच्चों की लंबाई व वजन मापा गया। इस दौरान किशोर किशोरियों को एनीमिया से बचाव के लिए उचित खानपान की सलाह दी गई। यदि किसी को स्वास्थ्य संबंधी समस्या है तो जिला चिकित्सालय में रूम नंबर 51 में संपर्क कर सकता है। इस मौके पर एएनएम सावित्री रजक,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संध्या जैन, सहायिका रीता,आशा कार्यकर्ता नीतू रजक, काउंसलर राजेंद्र मिश्रा सहित लाभार्थी मौजूद रहे। मोहल्ला महावीरपुरा निवासिनी हरवती ने बताया है कि चार साल की नातिन हर्षिता को विटामिन ए की दवा पिलाई गई और बच्ची को प्रोटीन,विटामिनयुक्त खानपान देने की सलाह दी। मोहल्ला महावीरपुरा निवासिनी प्रीति ने बताया कि दो साल की नित्या को दो साल तक के सभी टीके लग चुके हैं। उसका नामांकन आंगनबाड़ी केंद्र पर है, जहां पर बच्ची को पौष्टिक आहार दिया जाता है।