देश

national

पंचकल्याणक महोत्सव में मनाया ज्ञानकल्याणक

Tuesday, February 21, 2023

/ by Today Warta



राजीव कुमार जैन रानू

ऋषभदेव महामुनिराज की आहारचर्या में उमड़े श्रद्धालु, भव्य समवशरण में  हुई दिव्य -देशना

 ललितपुर। श्री दिगम्बर जैन आदिनाथ अतिशय क्षेत्र गिरारगिरी विकासखंड मड़ावरा में चर्या शिरोमणि , आध्यात्मिक संत आचार्य श्री 108 विशुद्ध सागर जी महाराज  के 27 पिच्छि धारी साधुओं के विशाल संघ  सान्निध्य में ब्र. जय कुमार जी निशांत, पंडित सनत कुमार विनोद कुमार जैन के प्रतिष्ठाचार्यत्व में  आयोजित श्री मज्जिनेन्द्र पंचकल्याणक मानस्तम्भ जिनबिम्ब प्रतिष्ठा, विश्वशान्ति महायज्ञ एवं रथोत्सव महोत्सव  में मंगलवार को ज्ञानकल्याणक अगाध श्रद्धा-आस्था पूर्वक मनाया गया। समवसरण में आचार्यश्री सहित 27 पिच्छिधारी मुनिराजों को देखकर श्रद्धालु भाव-विभोर हो उठे।

इस दौरान प्रातः  अभिषेक,शन्तिधारा,नित्य महापूजन और तपकल्याणक की पूजन की गई। नव दीक्षित महामुनिराज ऋषभदेव की आहारचर्या  हुई जिसमें पंचाश्चर्य देखकर भक्त भाव-विभोर हो उठे।  जैसे ही ऋषभदेव ( आदिनाथ)  महामुनिराज  आहारचर्या के लिए निकले चारों ओर से आवाज गूंज उठी हे स्वामी नमोस्तु, नमोस्तु! आहारचर्या के लिए भक्तों में अपार उत्साह देखा गया। मुनिराज का नवधा भक्ति पूर्वक आहार हुआ। दोपहर में समवशरण की रचना का उदघाटन श्री विनोद कुमार जैन, अरविंद जैन, ऋषभ जैन, प्रकाश जैन सोरई वाले मडावरा ने किया, समवसरण  की महाआरती का सौभाग्य विनोद जैन, विशाल जैन ,सौरभ चंदेरिया महामहायज्ञ परिवार को प्राप्त हुआ, आचार्यश्री को शास्त्र भेंट करने का सौभाग्य अभिषेक जैन दीपू महामंत्री गिरार कमेटी को प्राप्त हुआ।  पाद प्रक्षालन का अवसर विनोद चंदेरिया बरायठा, अनिल चेतना इंदौर,दिनेश जैन जबलपुर को प्राप्त हुआ।

इस अवसर पर चर्या शिरोमणि आचार्य श्री विशुद्ध सागर महाराज ने समवसरण में गणधर के रूप में  अपनी दिव्य देशना में कहा कि  कोई आत्मा तब तक परमात्मा नहीं बन सकती जब तक उसे संसार से विरक्ति न हो, वह तप न करे, केवलज्ञान न उत्पन्न हो तब तक वह परमात्मा बनने का अधिकारी नहीं है।हमें अपनी आत्मा को परमात्मा बनाने के लिए मोहरूपी शत्रु का नाश करना पड़ता है। वैभव छोड़ने का दृश्य देखना है तो तीर्थंकर के समवसरण देखो। ज्ञानकल्याणक की आंतरिक संस्कार क्रियाओं में  नयन उन्मीलन, तिलक दान, केवलज्ञान, समवसरण रचना, देवागमन, दिव्यध्वनि  विधि विधान के साथ की गई।   केवलज्ञानोंत्पत्ति देख  श्रद्धालु तीर्थंकर  का जयकारा करने लगे, इस अवसर पर भगवान की केवल ज्ञानकल्याणक पूजन की गई। आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महाराज व संघस्थ श्रमण मुनि श्री सुव्रतसागर जी महाराज, श्रमण मुनि श्री अनुत्तरसागर जी , श्रमण मुनि श्री अनुपमसागर जी, श्रमण मुनि श्री आराध्य सागर जी, श्रमण मुनि श्री प्रणेय सागर जी, श्रमण मुनि श्री प्रणीत सागर जी,श्रमण मुनि श्री प्रणुत सागर जी, श्रमण मुनि श्री सर्वार्थ सागर जी, श्रमण मुनि श्री साम्य सागर जी, श्रमण मुनि श्री समत्त्व सागर जी, श्रमण मुनि श्री सौम्य सागर जी, श्रमण मुनि श्री सारस्वत सागर ,श्रमण मुनि श्री संजयंत सागर जी, श्रमण मुनि श्री संयत सागर जी, श्रमण मुनि श्री यशोधर सागर जी, श्रमण मुनि श्री योग्य सागर जी, श्रमण मुनि श्री यतींद्र  सागर जी, श्रमण मुनि श्री यत्न सागर जी, श्रमण मुनि श्री निर्ग्रन्थ सागर जी, श्रमण मुनि श्री निर्मोह सागर जी, श्रमण मुनि श्री निसंग सागर जी, श्रमण मुनि श्री निर्विकल्प सागर जी, श्रमण मुनि श्री जयन्द्र  सागर जी, श्रमण मुनि श्री जितेंद्र सागर जी, श्रमण मुनि श्री जयंत सागर जी, श्रमण मुनि श्री सुभग सागर जी मुनिराजों ने प्रतिमाओं में सूर मंत्र देकर प्राण प्रतिष्ठा की ।

जैन राष्ट्र गौरव  प्रोफेसर भागचंद्र जैन भागेन्दू का का हुआ भव्य अभिनन्दन :  मीडिया प्रभारी डॉ सुनील संचय ने बताया कि महोत्सव में मंगलवार को भारतीय साहित्य जगत के पुरोधा, बहुभाषाविद, इतिहासविद, पुरातत्ववेत्ता, जैनदर्शन के अध्येता, जैन राष्ट्र गौरव श्री प्रोफेसर भागचंद्र जैन भागेन्दू दमोह  का राष्ट्रीय सम्मान श्री गिरार जी महोत्सव में  ज्ञान कल्याणक की दोपहर में  आचार्य श्री विशुद्ध सागर महाराज के ससंघ सान्निध्य में संपन्न किया किया गया। जिसमें महोत्सव समिति एवं समाज श्रेष्ठिजनों ने प्रशस्ति पत्र, शाल, श्रीफल, अंगवस्त्र , माला आदि प्रदान कर अभिनंदन किया। आचार्यश्री ने अपना मंगल आशीर्वाद प्रदान किया। प्रतिष्ठाचार्य ब्र. जयकुमार जी निशांत भैया ने कहा कि प्रोफेसर भागचंद्र जैन जी भागेन्दू  हिंदी, संस्कृत, प्राकृत, अपभ्रंश भाषा के प्रकांड विद्वान हैं, आपने अनेक कृतियों की रचना की ।  विश्वविद्यालय में विभिन्न पदों पर रहे साथ ही मध्यप्रदेश शासन में संस्कृति सचिव पद को  भी सुशोभित किया।

पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव में द्रव्य पुण्यार्जक अनिल कुमार, अक्षय अलया परिवार, अनन्त सराफ,अशोक भागनगर,सन्तोष जैन बम्होरी को आयोजन समिति द्वारा सम्मानित किया गया।

आयोजन को  सफल बनाने में क्षेत्र कमेटी, महोत्सव की  आयोजन समिति व  उप समितियों, विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों का  उल्लेखनीय योगदान रहा।इस दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।

बुधवार को मोक्ष कल्याणक एवं रथोत्सव :

प्रचारमंत्री-मीडिया प्रभारी डॉ सुनील संचय ने बताया कि बुधवार को महोत्सव के अंतिम दिन मोक्ष कल्याणक एवं  श्रीजी रथयात्रा निकाली जाएगी।

Don't Miss
© all rights reserved
Managed by 'Todat Warta'