राकेश केशरी
कौशाम्बी। मऊ जिले की रहने वाली चंदा सिंह कौशाम्बी के रहने वाले एंबुलेश चालक आरिफ के प्रेम जाल में इस कदर दीवानी हुई कि अपना जिला व अपनों को छोड़कर वह कौशाम्बी में आकर उसके साथ रहने लगी। लेकिन चंदा को क्या पता कि उसका प्रेमी ही उसे मौत की नीद सुला देगा। आरोप है कि धर्म परिवर्तन न करने पर उसने चंदा को मार डाला। बिलौझा थाना हलधर जिला मऊ की रहने वाली चंदा सिंह (32) की शादी गांव के पूर्व सैनिक दुर्गेश सिंह से 15 वर्ष पहले हुई थी। शादी के बाद दुर्गेश और चंदा से दो बेटियां बरखा (14) और सृष्टि (9) हुई। शादी के 8 साल बाद दुर्गेश ने अज्ञात हालत में आत्मदाह कर मौत हो गले लगा लिया। पति की मौत के बाद उसकी 1 करोड़ की संपत्ति चंदा सिंह ने नाम हो गई। चंदा कौशाम्बी के महेवाघाट थाना के मिरदाहन पुरवा के एंबुलेंस ड्राइवर आरिफ से मोहब्बत हो गई। 8 साल पहले चंदा बिना किसी को बताए मऊ की 1 करोड़ की संपत्ति बेचकर बेटियों के साथ कौशाम्बी के महेवाघाट के मिरदहन का पुरा निवासी आरिफ के साथ आकर रहने लगी। आरिफ ने चंदा के लिए आषाढा गांव में जमीन खरीद कर घर बनवा लिया। इसके बाद वह लगातार चंदा को मुस्लिम धर्म अपनाने का दबाव बना रहा था। चंदा की बड़ी बेटी बरखा ने बताया कि तीन दिन पहले आरिफ मां को अकेले गाड़ी से मिजार्पुर ले गया। दो दिन बाद वह मां को बेहोशी की हालात में घर लाया और कमरे में लिटा दिया और मौत हो गई। आरोपी आरिफ को पुलिस ने कस्टडी में लिया गया है। वही मामले में थाना पुलिस का कहना है कि शव का पोस्टमार्टम एवं परिजनों के बयान के अलावा आरोपी के बयान को मिलान कर हत्या के कारण के बारे में बताया जा सकेगा।