राकेश केशरी
लूट को छेडखानी बता पुलिस ने जिम्मेदारी से पल्ला झांडा
कौशाम्बी। स्थानीय थाना के नौबस्ता-म्योहर मार्ग में शुक्रवार की शाम महिला के साथ हुई सरेराह हुई लूट मामले में पुलिस तीन दिन बाद भी जहां की तहां है। महिला द्वारा दांत से काटी गई उंगली को लैब भेजने के अलावा अब तक जांच टीम के हाथ पूरी तहर खाली हंै। उल्टे लूट की घटना को छेडखानी बताकर पुलिस ने अपनी जिम्मेदारियों से किनारा करती दिख रही है। जब कि महिला सोने की लाकेट के साथ 4 हजार की नकदी बदमाश द्वारा छीने जाने की बात बार-बार कर रही है। नौबस्ता गांव निवासी श्रीचन्द रैदास की पत्नी नीता देवी शुक्रवार की शाम करीब 7 बजे म्योहर बाजार से घर जा रही थी। जैसे ही वह म्योहर-नौबस्ता के बीच सूनसान इलाके में पहुंची, तभी पहले से घात लगाकर बैठा एक नकाबपोस बदमाश ने नीता के गले से लाकेट छीन कर भागने का प्रयास किया। नीता ने हिम्मत जुटाते हुए बादमाश को दबोच लिया और उसके हाथ की उंगली को दांत से दबाकर काट डाला। महिला ने पुलिस ने बदमाश की कटी उगली देने के साथ ही तहरीर दिया कि सोने की लाकेट और 4 हजार की नकदी छिनैती हुई है। शुरूआती दौर पर पुलिस ने तेजी दिखाते हुए फील्ड युनिट और जांच टीम लगाकर खोजबीन की सक्रियता दिखाई। लेकिन तीन दिन बाद भी आज तक बदमाश को पकडने की बात तो दूर उसकी खोज के लिए सफलता के एक भी कदम अब तक उठते नही दिखे हैं। सवाल यह उठता है कि आखिरकार उंगली कटने से घायल बदमाश इलाज कराने अवश्य अस्पताल तक पहुंचा होगा। पुलिस यदि नजदीकी अस्पतालों, झोला छाप डाक्टरों तक पहुंचने का प्रयास करती तो अवश्य ही तीन दिन में बदमाश का गिरेबान पुलिस के हाथ में होता। पुलिस ने ऐसा न कर लूट की घटना को छेडखानी बताकर अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाडते हुए दिख रही है। बहरहाल सीओ योगेन्द्र नारायण कृष्ण द्वारा घटना के शीघ्र खुलासे के दावे खोखले साबित होते प्रतीत हो रहे हैं। हांफती जांच टीम को देख ऐसा नही लगता है कि जल्द घटना से पर्दा उठ सकेगा।