राकेश केशरी
तानों से बचने के लिए मैंने बच्ची को टंकी में डाला : आरोपी मां
चायल, कौशाम्बी। कौशांबी में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। यहां एक डेढ़ महीने की बच्ची की मौत उस वक्त हो गई, जब मां उसे दूध पिला रही थी। बच्ची के लंग्स में दूध चला गया था। इससे महिला डर गई और उसने चुपचाप बच्ची के शव को पानी की टंकी में डालकर ऊपर से ढक्कन बंद कर दिया। इसके बाद बच्ची चोरी होने की झूठी अफवाह फैला दी थी। हालांकि पुलिस की जांच में कहीं भी बच्ची चोरी होने के सबूत नहीं मिले। महिला ने हत्या कर शव फेंकने का आरोप लगाया। बाद में खुद ही पानी की टंकी से बच्ची का शव निकालकर दिखाया। मगर, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पुलिस को शक हो गया। इसके बाद पुलिस ने महिला से सख्ती से पूछताछ की तो उसने सारा सच बता दिया। इस काम में महिला की मां ने भी उसका साथ दिया। मामला कौशांबी के पिपरी थाना क्षेत्र का है।
16 साल से हम लोग बच्चे के लिए थे परेशान: आरोपी मां
आरोपी मां कविता ने पुलिस को बताया, ''मेरी शादी के 16 साल हो गए थे, लेकिन बच्चा नहीं हो रहा था। कई जगह इलाज करवाया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। सभी लोग मुझसे बच्चे के लिए पूछते थे। साथ ही ताना भी मारते थे। इसके बाद मैंने और मेरे पति ने कश्ऋ से बच्चा करने का प्लान बनाया। इसके लिए हम लोगों ने प्रयागराज के एक डॉक्टर से बात की। जहां उन्होंने सारे टेस्ट करवाने के बाद प्रोसेस शुरू करवाया। इसमें हम लोगों का 15 लाख का खर्चा आया था।''
''खांसी आई तो उसकी पीठ थपथपा दी थी''
कविता ने बताया, ''डेढ़ महीने पहले मुझे एक बच्ची हुई। उसको लेकर मैं अपने मायके पिपरी गांव में रह रही थी। जबकि मेरी ससुराल तरनी गांव में है। सोमवार को मैं अपनी बच्ची के साथ सो रही थी। मेरे साथ मेरी मां लक्ष्मी भी लेटी हुई थी। मेरी बच्ची रो रही थी, तो मैं उसको दूध पिलाने लगी। मेरी मां जग रही थी। दूध पिलाते समय मैं अपनी मां से बात भी कर रही थी। तभी पता नहीं कैसे दूध बच्ची की नाक में चला गया। उसको खांसी आई, तो मैंने उसकी पीठ थपथपा दी। इसके बाद मेरी बच्ची ने हरकत करना बंद कर दिया। कुछ मिनट बाद मुझे शक हुआ, तो मैंने उसको बहुत हिलाया लेकिन वो रो भी नहीं रही थी।''
''तानों से बचने के लिए मैंने बच्ची को टंकी में डाला''
''मेरी मां ने भी उसको आवाज दी, लेकिन उसने कोई हरकत नहीं की। इस पर मेरी मां ने मुझसे कहा कि लग रहा है तुम्हारी बेटी खत्म हो गई है। यह बात सुनकर मैं डर गई। मैंने मां से बोला, अब मैं क्या करूंगी? सब मुझे फिर से उल्टा-सीधा बोलेंगे। मां ने मुझे चुप कराया और बच्ची के चोरी होने की झूठी कहानी बनाने के लिए बोला।''
''पति को भी मैंने झूठी कहानी बताई थी''
''इसके बाद मेरी मां ने बच्ची को घर में ही छुपा दिया। फिर हम लोग चिल्लाने लगे कि बच्ची को कोई उठा ले गया है। रात में 1 बजे पुलिस भी मौके पर पहुंची। हम लोगों ने सभी के साथ बच्ची को ढूंढने का नाटक किया। जब पुलिस चली गई, तो सुबह 6 बजे चोरी से बच्ची को पानी की टंकी में डाल दिया। उसके बाद सभी से झूठ बोला कि बच्ची का शव टंकी में मिला है। साथ ही पुलिस से भी कह दिया कि किसी ने हत्या करके बच्ची को फेंक दिया है। अपने पति को भी मैंने झूठी कहानी बताई थी।''
दिल्ली में नौकरी करता है बच्ची का पिता
पिपरी गांव निवासी इंद्र कुमार पाल रिटायर्ड फौजी हैं। वह रिटायर होने के बाद प्रयागराज में प्राइवेट नौकरी करते हैं। उन्होंने अपनी बेटी कविता की शादी 16 साल पहले सराय अकिल थाना क्षेत्र के तरनी गांव वाले अमनीश पाल से की थी। अमनीश दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करता है। इस मामले में एसपी बृजेश श्रीवास्तव ने बताया, बच्ची की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट देखने से पता चला कि उसकी मौत लंग्स में दूध जाने की वजह से हुई। रिपोर्ट को सामने रखकर बच्ची की मां कविता और उसकी नानी लक्ष्मी से हम लोगों ने पूछताछ की तो उन लोगों ने सारा सच उगल दिया। दोनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।