इन्द्रपाल सिंह'प्रिइन्द्र
आध्यात्मिक संत आचार्य श्री विशुद्धसागर जी महाराज का मंगल प्रवेश
27 पिच्छिधारी साधुओं के साथ आज होगी भव्य अगवानी, श्रद्धालुओं में भारी उत्साह
ललितपुर। दिगम्बर जैन आदिनाथ अतिशय क्षेत्र गिरारगिरी में चर्या शिरोमणि, आध्यात्मिक संत आचार्य श्री 108 विशुद्ध सागरजी महाराज के विशाल संघ सान्निध्य में ब्र.जयकुमार निशांत, पं.सनत कुमार, विनोद कुमार के प्रतिष्ठाचार्यत्व में 17 से 22 फरवरी तक आयोजित श्री1008 मज्जिनेन्द्र पंचकल्याणक मानस्तम्भ जिनबिम्ब प्रतिष्ठा, विश्वशान्ति महायज्ञ एवं रथोत्सव महोत्सव का शुभारंभ शुक्रवार को विधि विधान के साथ किया जाएगा। महोत्सव में सान्निध्य प्रदान करने के लिए आचार्यश्री विशुद्ध सागरजी महाराज का विशाल संघ सहित मंगल प्रवेश 17 फरवरी की सुबह होगा। आचार्यश्री ससंघ का गुरुवार को रात्रि विश्राम बरायठा के पास हुआ, उसके बाद शुक्रवार को बरायठा होते हुए गिरार गिरी में भव्य मंगल अगवानी की जाएगी। आचार्यश्री के विशाल संघ की अगवानी के लिए श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखा जा रहा है। पंचकल्याणक महोत्सव में शुक्रवार को घटयात्रा के साथ शुभारंभ किया जाएगा। साथ ही मंगल ध्वज स्थापना, वेदी शुद्धि, सकलिकरण, इंद्र प्रतिष्ठा, मंडप प्रतिष्ठा, याग मंडल विधान तथा इंद्र दरबार लगाया जाएगा जिसमें गर्भ कल्याणक के पूर्व रूप को मंचित किया जाएगा। पद विहार के दौरान गुरुवार को अतिशय क्षेत्र गिरार की ट्रस्ट कमेटी, प्रबंध कमेटी, महामहोत्सव समिति, समस्त क्षेत्रीय समाज एवं समस्त स्वयंसेवी संस्थाओं ने दोपहर में ग्राम गुगरा पहुंचकर आचार्यश्री के लिए श्रीफल समर्पित कर आशीर्वाद लिया।
महोत्सव में 27 साधुओं का मिलेगा सान्निध्य
पंचकल्याणक महोत्सव में आचार्यश्री विशुद्ध सागर सहित 27 दिगम्बर मुनि का सान्निध्य मिलेगा। आचार्यश्री के साथ उनके शिष्य श्रमण मुनिश्री सुव्रतसागर, श्रमण मुनिश्री अनुत्तरसागर, श्रमण मुनिश्री अनुपमसागर, श्रमण मुनिश्री आराध्य सागर, श्रमण मुनिश्री प्रणेय सागर, श्रमण मुनिश्री प्रणीत सागर, श्रमण मुनिश्री प्रणुत सागर, श्रमण मुनिश्री सर्वार्थ सागर, श्रमण मुनिश्री साम्य सागर, श्रमण मुनिश्री समत्व सागर, श्रमण मुनिश्री सौम्य सागर, श्रमण मुनिश्री सारस्वत सागर, श्रमण मुनिश्री संजयंत सागर, श्रमण मुनिश्री संयत सागर, श्रमण मुनिश्री यशोधर सागर, श्रमण मुनिश्री योग्य सागर, श्रमण मुनिश्री यतींद्र सागर, श्रमण मुनिश्री यत्नसागर, श्रमण मुनिश्री निर्ग्रन्थ सागर, श्रमण मुनिश्री निर्मोह सागर, श्रमण मुनिश्री निसंग सागर, श्रमण मुनिश्री निर्विकल्प सागर, श्रमण मुनिश्री जयन्द्र सागर, श्रमण मुनिश्री जितेंद्र सागर, श्रमण मुनिश्री जयंत सागर, श्रमण मुनिश्री सुभग सागर महोत्सव में पधार रहे हैं। विशाल संघ सान्निध्य में महोत्सव देखने योग्य होगा, हजारों श्रद्धालु पुण्यार्जन करने गिरार पहुचेंगे।

Today Warta