कमल सिंह
बांदा। जिले में सांगों के प्रदर्शन और जवारा विसर्जन के साथ चैत्र नवरात्र का समापन हो गया। घरों में कलश स्थापित कर व्रत करने वाले भक्तों ने मंदिरों में देवी पूजा और व्रत पारण किया। अंतिम दिन गुरूवार को कन्या भोज भी खूब हुए।उधर, खत्री पहाड़ में विंध्यवासिनी के दर्शनों को भक्तों की भीड़ रही। अष्टमी और नवमी की रात सांगों का प्रदर्शन हुआ। लोहे की भारी-भरकम सांग गाल पर में नाथकर भक्त देवी दरबार में थिरकते रहे। महेश्वरी देवी, काली देवी मंदिरों में मेला सा नजारा रहा। तड़के देवी मंदिरों में जवारे विसर्जन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ रही।उमाह गीत गाते हुए गांवों से भी टोलियां मंदिर पहुंचती रहीं। सिंहवाहिनी, कालका देवी, चौसठजोगिनी, महामाई, मरहीमाता मंदिरों में भी भक्तों का तांता रहा। नौ दिन व्रत रखने वाले भक्तों ने रविवार को सुबह पारण किया। उधर, खत्री पहाड़ स्थित विंध्यवासिनी मंदिर में नवमी पर आस्थावानों का सैलाब उमड़ा