राकेश केशरी
सराय अकिल कस्बा में होली का परवान लोगों पर चढ़ने लगा
ब्रिटिश शासन काल से,कस्बे में 7 दिन होली खेलने की परंपरा
बाजारों में तरह तरह की पिचकारी सजने लगी,सातों दिन अलग-अलग के कलर कस्बे में होली खेलने की परंपरा
कौशाम्बी। नगर पंचायत सराय अकिल में फगुआ का रंग लोगों पर परवान चढ़ने लगा है, वही कस्बे में तरह-तरह की पिचकारी की दुकान में लगने लगी है लोगों ने होली के त्यौहार पर घरों में पकवान के लिए सामग्री खरीदने में जुट गए हैं, सराय अकिल कस्बा में 7 दिन होली खेलने की परंपरा चली आ रही है। बता दें कि ब्रिटिश शासन काल में से सराय अकिल कस्बा में 7 दिन होली की खेलने कई सालों से चली आ रही है। कस्बा के लोगों ने अलग-अलग रंग की होली खेली जाती है,कस्बा गल्ला मंडी, चावल मंडी, सब्जी मंडी, रामलीला मैदान, भगवती गंज, फकीराबाद, पटेल चैराहा, हवेली राजा तालाब पर अलग-अलग की होली खेलते हैं। कस्बा में ब्रिटिश शासन काल से 7 दिन होली खेलने की परंपरा है। यहा 7 दिन कस्बा की मार्केट बंद रहती है,पुलिस प्रशासन जगह जगह मौजूद रहते हैं,मार्च का महीना लगते ही लोगों को पर फगुआ का रंग चढ़ने लगता है,बाजारों में अच्छी खासी भीड़ देखने को मिलती है,लोग तरह-तरह के व्यंजन व पकवान, अच्छी-अच्छी पिचकारिया बाजार से बच्चों के लिए खरीदारी शुरू कर दिये है। होलिका दहन के दिन सराय अकिल कस्बा में बैजला मनाया जाता है,जो दूसरे दिन से कस्बा में 7 दिन होली खेली जाती है। वही बाजार में तरह-तरह कि पिचकारी सजने लगी हैं।