मोहम्मद जमाल
क्षेत्र के चिरियारी मोड पर महराजा लाखन पासी स्वाभिमान समिति ने पदाधिकारियों का चयन और विस्तार के लिए स्वजातीय बैठक का आयोजन किया।जिसमे समिति के राष्टीय अध्यक्ष डा मोहन लाल पासी ने कहा कि महाराजा बिजली पासी,लाखन पासी, सहित देश भर में कई पासी राजाओं का साम्राज्य हुआ करता था।विदेशी आक्रमण कारियों के सामने पासी राजाओं ने एकता का परिचय देते थे।गाजी सलार विदेशी आक्रमणकारी को हराने के लिए सारे पासी राजा एक आव्हान पर एकजुट होकर हराने का काम किया था
बालक राम रावत ने कहा कि पासी समाज संगठित हो रहा है लेकिन नरेतव विहीन होने से किसके पीछे चले यह निर्णय नही कर पा रहा हैं।अब समाज को शिक्षित होकर समाज को साथ लेकर चलने के साथ संगठित होकर सामूहिक रूप से निर्णय लेना होगा जिससे राजनैतिक दल पीछे पीछे चले।जो एकता समाज के राजा महाराजाओं में थी वही एकता कायम करनी होगी।
सर्वेश रावत ने कहा कि यदि पासी ही पासी को वोट करने लगे तो कोई हरा नही सकता।पासी समाज यूपी की डेढ सौ सीटों पर प्रभाव डालता है लेकिन समाज बटा होने से कामयाबी नहीं मिल पाती।
रंजीत रावत ने कहा कि लखनऊ का नाम बदलने का प्रयास सरकार ने किया लेकिन समाज के दबाव में नही बदला गया। लखनऊ महराजा लाखन पासी ने अपनी पत्नी लखनावती ने नाम पर बनाया था।
समिति के प्रदेश अध्यक्ष डीपी रावत ने कहा कि नल,नाली , पनारा की लड़ाई छोड़कर समाज को सत्ता के लिए समाज को लड़ाई लड़नी होगी।जो समाज सबसे जायदा सताया गया उसने संघर्ष किया और अपना मुख्यमंत्री बना लिया।अपना समाज बिखरा होने से अभी तक सत्ता से दूर है।
राष्टीय अध्यक्ष ने नवगठित कमेटी के पदाधिकारियों को प्रमाण पत्र व माला पहनाकर सम्मानित किया।इस अवसर पर राम कृपाल रावत ,राम पाल,रंजीत,बालक राम रावत,ललित कुमार, एड मेवा लाल,बाबू लाल,संजीत रावत,राकेश रावत आदि मौजूद रहे।