मेरठ। अतीक और अशरफ हत्याकांड : हमलावर सनी ने पूछताछ में बड़ा राज उगला है। आखिर कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई का क्या कनेक्शन है। हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के बाद अब यूपी में भी कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग की सक्रियता बढ़ती दिखाई दे रही है। कुछ समय पहले मेरठ में एलएलबी के छात्र की सरेआम हत्या कर दी गई थी, जिसमें आरोपी सनी काकरान को गिरफ्तार किया था। सनी भी लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा हुआ था। हाल ही में प्रयागराज में माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या की गई। इस मामले में मुख्य आरोपी सनी उर्फ मोहित है। उसने भी खुलासा किया है कि वह लॉरेंस बिश्नोई से काफी प्रभावित है। लॉरेंस बिश्नोई की तरह अपराध की दुनिया में नाम करना चाहता है। इसके अलावा भी कई अन्य मामलों में लॉरेंस का नाम सामने आया है, जिस तरीके से धीरे-धीरे किसी न किसी माध्यम से यूपी में लॉरेंस की सक्रियता बढ़ती जा रही है, उससे पुलिस भी चौकन्नी हो गई है। क्योंकि लॉरेंस बिश्नोई की खासियत है कि वह अपने गैंग में बेरोजगार युवाओं को जोड़ता है। वह ऐसे युवाओं का फायदा उठाता है जो आर्थिक तौर पर कमजोर होते हैं। फिलहाल लॉरेंस पंजाब की भठिंडा जेल में बंद है। हाल ही में लॉरेंस उस समय भी सुर्खियों में आया था, जब जेल के अंदर से उसने मोबाइल के माध्यम से एक चैनल को इंटरव्यू दिया था। जिस जिगाना पिस्टल का इस्तेमाल अतीक और अशरफ हत्याकांड में हुआ है वह भारत में बैन है। जिगाना पिस्टल का इस्तेमाल पंजाब के सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में भी हुआ था। जिसमें लॉरेंस बिश्नोई भी आरोपी है। अब इसे संयोग कहे या फिर इत्तेफाक, क्योंकि दोनों हत्याकांड में जिगाना पिस्टल का प्रयोग हुआ और फिर अतीक-अशरफ हत्याकांड के आरोपी मोहित का यह बयान देना कि वह लॉरेंस से प्रभावित है। कहीं न कहीं यहां पर लॉरेंस गैंग की सक्रियता की तरफ इशारा कर रहा है।
लॉरेंस बिश्नोई की यूपी में सक्रियता को देखकर मेरठ पुलिस भी फरार चल रहे बदमाशों की कुंडली खंगाल रही है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि जिससे यह पता चल सके कि यहां का कौन बदमाश लॉरेंस के संपर्क में है। यदि लॉरेंस गैंग की यहां पर सक्रियता बढ़ती है तो वह पुलिस के लिए भी चुनौती हो सकती है। क्योंकि लॉरेंस के जेल में जाने के बाद गैंग को कनाड़ा में बैठा गोल्डी बराड आपरेट कर रहा है। जिनके पाकिस्तानी कनेक्शन भी पुलिस को मिल चुके हैं।