राकेश केशरी
कौशाम्बी। डॉ0 भीमराव आम्बेडकर की जयन्ती के अवसर पर जिलाधिकारी सुजीत कुमार एवं मुख्य विकास अधिकारी डॉ0 रवि किशोर त्रिवेदी ने सम्राट उदयन सभागार में आयोजित कार्यक्रम में डॉ0 भीमराव आम्बेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी जयचन्द्र पाण्डेय एवं मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 सुष्पेन्द्र कुमार सहित कलेक्ट्रेट/विकास भवन के अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा भी डॉ0 भीमराव आम्बेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया गया। जिलाधिकारी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि बाबा साहब डॉ0 भीमराव आम्बेडकर के जीवनदर्शन, आदर्श एवं व्यक्तित्व से बहुत कुछ सीखने का मिलता है, हम सभी लोगों को उनके जीवन आदर्शों को अपने जीवन में उतारना चाहिए। डॉ0 भीमराव आम्बेडकर ने बहुत ही विषम परिस्थितियों में शिक्षा ग्रहण की, उनके द्वारा लिखित पुस्तकों के अध्ययन से पता चलता है कि उनके सोंचने का दर्शन अद्वितीय था। डॉ0 भीमराव आम्बेडकर आजाद भारत के प्रथम कानून मंत्री थे। डॉ0 भीमराव आम्बेडकर द्वारा किये गये कार्यों की जितनी सराहना की जाय, उतनी ही कम है। डॉ0 भीमराव आम्बेडकर ने विश्व भर के संविधानों का गहन अध्ययन कर भारतीय परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए सबसे बेहतर संविधान का निर्माण किया। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि डॉ0 भीमराव आम्बेडकर का शिक्षा पर विशेष बल था। डॉ0 भीमराव आम्बेडकर ने स्त्री शिक्षा एवं महिलाओं को आगे बढ़ाने में भी विशेष कार्य किया, जिसका परिणाम है कि बेटियॉ आज सभी क्षेत्रों में बेहतर कार्य कर देश के विकास में योगदान कर रहीं हैं। भारतीय संविधन को तैयार करने वाली प्रारूप समिति का नेतृत्व बाबा साहब डॉ0 भीमराव आम्बेडकर ने किया, इस संविधान के बल पर भारत ने अभूतपूर्व विकास किया है, ऐसे महापुरूष का यह देश हमेंशा ऋणी रहेंगा। कार्यक्रम को जिला विद्यालय निरीक्षक सच्चिदानन्द यादव एवं जिला बेसिक शिक्षाधिकारी प्रकाश सिंह सहित अन्य अधिकारियों/कर्मचारियां ने भी सम्बोधित किया।