राकेश केशरी
शासन ने जनवरी से दो बार वितरण में लगाई रोक
कौशाम्बी। गरीब परिवार के लोगों को कोरोना के बाद से मिलने वाला सरकारी राशन अब कम हो गया है। माह में दो बार राशन के साथ ही चना, तेल व नमक का वितरण होता था। इस पर रोक लगा दी गई है। अब माह में एक बार ही राशन मिलेगा। हालांकि यह राशन अब भी नि:शुल्क है। जिले के करीब तीन लाख गरीब परिवार के लोगों अप्रैल 2020 से दिसंबर 2023 तक लगातार माह में दो बार राशन मिलता रहा है। कोरोना काल में तो एक बार का खाद्यान्न पूरी तरह से नि:शुल्क था। कोविड काल के बाद भी सरकार ने यह प्रथा लागू रखी। करीब तीन साल तक लोगों को केंद्र सरकार की ओर से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना व दूसरी बार प्रदेश सरकार की ओर से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना से माह में दो बार खाद्यान्न लेने वाले लोगों को लगा कि सरकार उनके लिए हमेशा खजाना खोले रहेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जनवरी से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना से मिलने वाले राशन के साथ ही चना, तेल व नमक भी बंद हो गया। अब माह में एक बार ही राशन मिलेगा। अब अंत्योदय योजना से 35 किलो राशन मिलेगा। इसमें 21 किलो चावल व 14 किलो गेहूं शामिल होगा। इसी प्रकार पात्र गृहस्थी के कार्ड धारकों को प्रति यूनिट पांच किलो राशन मिलेगा। इसमें तीन किलो चावल व दो किलो गेहूं शामिल है। डीएसओ अमित कुमार तिवारी ने बताया कि नवंबर व दिसंबर माह में लोगों को राशन का वितरण नहीं हो पाया है। इस खाद्यान्न का वितरण जनवरी से मार्च के मध्य किया गया। ऐसे में लोगों को जनवरी से एक माह के ही राशन वितरण की जानकारी नहीं हो सकी। अप्रैल में एक बार ही राशन मिलने पर लोगों को इस बदलाव की जानकारी हो सकी। शासन के निर्देश पर अब माह में एक बार ही लोगों को राशन का वितरण किया जा रहा है। यह वितरण अगले निर्देश तक लागू रहेगी।