राकेश केशरी
गुंडों ने किया कब्जा,अधिकारियों की चैखट पर भटक रहा पीएसी का जवान
कौशाम्बी। आजादी के 7 दशक बाद भी पिपरी थाना क्षेत्र में गुंडों का आतंक अभी भी कायम है,इलाके के गरीब और आमजन की जमीन पर कब्जा करना इन गुंडों की आदत में शुमार है,तमाम प्रार्थना पत्र देने के बाद भी गुंडों पर पुलिस कार्यवाही नहीं कर पाती है। बताया जाता है कि प्रयागराज में शहर में रहने वाले एक पुलिस अधिकारी का इन गुंडों को समर्थन मिला है,जिससे गुंडे बेखौफ है और पुलिस भी गुंडों पर कार्यवाही नहीं कर पाती है न्याय के लिए वर्षो से इलाके के लोग अधिकारियों की चैखट पर दौड़ते रहते हैं,लेकिन लोगों की सुनवाई नहीं हो पाती है। इसी तरह का एक मामला पिपरी थाना क्षेत्र के कादिरपुर आदमपुर बिसौना की आराजी संख्या 117 का है जिस पर राजस्व अभिलेखों में जयराज सिंह पीएसी जवान पुत्र जगदेव के नाम दर्ज है,लेकिन राजस्व अभिलेखों में नाम दर्ज होने के बाद अपनी पैतृक संपत्ति में जयराज सिंह काबिज नहीं हो पा रहे हैं,इनके अलावा भी दर्जनों लोगों की जमीन पर जबरिया गुंडों ने कब्जा कर रखा है,जिन्हें न्याय नहीं मिल पा रहा है। इलाके में किसी बाहुबली से इनका आतंक कम नहीं है। आजादी के 7 दशक बाद भी न्याय व्यवस्था पंगु दिखाई पड़ रही है,कई बार पीएसी जवान जयराज सिंह ने अपनी जमीन पर निर्माण करने का प्रयास किया लेकिन गांव के गुंडे किस्म के लोगों ने उनकी जमीन में उन्हें निर्माण नहीं करने दिया,तमाम साथियों की फौज लेकर गुंडे पीएसी जवाब की जमीन पर पहुंच जाते हैं और बिना किसी अधिकार के बलपूर्वक निर्माण रोक देते हैं,पुलिस तमाशबीन बनकर रह जाती है पुलिस को झूठी शिकायती प्रार्थना पत्र देकर जयराज सिंह की पैतृक जमीन पर हो रहे निर्माण को पूर्व में गुंडों ने रुकवा दिया। बताया जाता है कि प्रयागराज शहर में रहने वाले एक पुलिस अधिकारी का नाम बदनाम कर जमीन पर कब्जा करने वाले गुंडे थाना चैकी पुलिस पर अधिकारी के नाम पर धौस जमा कर एक तरफ जहां आम जनमानस की जमीन पर कब्जा कर नाजायज फायदा उठाते हैं,वही मजलूम कमजोर लोगों का गुंडे लगातार तीन दशक से शोषण कर रहे हैं,लेकिन शिकायती प्रार्थना पत्रों के बाद भी आम जनमानस को न्याय नहीं मिल पा रहा है सपा सरकार में भी इन गुंडों का आतंक कायम था और भाजपा की योगी सरकार में भी गुंडों का आतंक इलाके में कायम है। राजस्व अभिलेखों के मुताबिक जमीन रुकवाने वाले राज सिंह पुत्र राममगन सिंह आदि का आराजी संख्या ११७ पर कोई अधिकार नहीं है अभिलेखों में नाम ना होने के बाद भी राज सिंह जबरिया बीते कई दशक से जमीन पर काबिज है लेकिन फिर भी थाना और चैकी पुलिस बराबर राज सिंह का सहयोग देकर जयराज सिंह पीएसी जवान को परेशान कर रही है सपा सरकार में कानून व्यवस्था चैपट होने की बात करने वाली भाजपा की सरकार में भी न्याय की धज्जियां उड़ रही हैं। बताया जाता है कि जयराज सिंह पीएसी जवान है सेनानायक 48वीं आईआर वाहिनी सोनभद्र के सेनानायक अरुण कुमार श्रीवास्तव ने भी पुलिस अधिकारियों को पत्र लिखकर पीएसी जवान को न्याय देने की अपील की है लेकिन उसके बाद भी पीएसी जवान को कौशाम्बी की कानून व्यवस्था में न्याय नहीं मिल सका। 18 अक्टूबर 2021 को जय राज सिंह पीएसी जवान ने पुलिस अधीक्षक कौशाम्बी को प्रार्थना पत्र देकर आरोपियों पर कार्यवाही की मांग की थी इसके बाद दर्जनों शिकायती प्रार्थना पत्र अधिकारियों को दिए गए लेकिन जांच के नाम पर झूठी रिपोर्ट लगाकर शिकायती प्रार्थना पत्रों का लगातार निस्तारण होता रहा लेकिन गुंडों के बढ़ते वर्चस्व के आगे कार्यवाही नहीं हो सकी।