राजीव कुमार जैन रानू
ललितपुर। बदलते मौसम एवं नगर क्षेत्र में व्याप्त गंदगी के कारण मच्छरों का प्रकोप इन दिनों अचानक बढ़ गया है। जिससे नगरवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालात यह है कि शाम होते ही लोगों को घरों के खिड़की दरवाजों को बंद करना पड रहा है। ताकि मच्छरों से बचाव हो सके। नगरवासी मच्छरों से बचने के लिए कई तरह के साधनों का उपयोग कर रहे हैं। रात में सोते वक्त मच्छरदानी का उपयोग नहीं किया जाए तो सोना मुश्किल हो जाता है। मच्छरों के काटने से कई तरह के रोग फैलने का भी भय सताने लगा है। लेकिन लोगों को इस प्रकोप से बचाने नगर पालिका ने अभी तक फॉगिंग नहीं कराई है। और यदि नगर पालिका द्वारा फॉकिंग कराई जाती है तो वह चुनिंदा मार्गो एवं चुनिंदा गलियों में ही कराई जाती है और अन्य गलियों में मच्छरों की फॉकिंग नहीं कराई जाती है। जिसका ताजा उदाहरण वार्ड नंबर 12 पूर्व पार्षद आसाराम कुशवाहा की गली का है जिसमें मच्छरों की फॉकिंग नहीं कराई जाती है। लोगों में गंभीर बीमारियां फैल रही हैं। एक तरफ गंदगी तो दूसरी तरफ बदलते मौसम के कारण मोहल्लों में मच्छरों की बाढ़ सी आ गई है। मगर पालिका प्रशासन लापरवाह बना हुआ है। कहने को तो नपा के पास मच्छर भगाने के लिए फॉगिंग मशीन है, मगर उसका उपयोग कभी कभार किया जाता है। फिलहाल वह शोभा की वस्तु बनी हुई है। नगर के कुल 26 वार्डों में मच्छरों का प्रकोप इस कदर बढ़ गया है कि लोगों को काफी फजीहतों का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं मच्छरों के काटने से लोगों में गंभीर बीमारियां भी पैदा हो रही हैं। रात में बिजली गुल होने पर मच्छर घरों के कमरों में भिन-भिनाते नजर आते हैं। जिससे लोगों का घरों में रहना दूभर हो गया है। क्वायल और अगरबत्ती भी हो रहे बेअसर: मच्छरों के प्रकोप से बचने के लिए नगर पालिका से निराश लोगों को निजी व्यवस्था पर निर्भर रहना पड़ रहा है। लोग इसके लिए कई कंपनियों द्वारा उत्पादित अगरबत्ती, मच्छर क्वायल व फास्ट कार्ड तथा अन्य प्रकार के मच्छरों से बचाने वाले उत्पादों का सहारा ले रहे हैं। लेकिन यह उपाय भी मच्छरों से बचाव के लिए सक्षम साबित नहीं हो रहे हैं। मोहल्लों में भरे गंदे पानी में पनप रहे मच्छरों का आतंक घरों में रहने वाले लोगों में गंभीर बीमारियों का कारण बनता जा रहा है। जिससे बचाव तो दूर नपाधिकारी फॉगिंग के लिए भी तैयार नहीं हैं।
जल्द ही फॉगिंग कराएंगे
नगर वासियों को मच्छरों के प्रकोप से बचाने के लिए जल्द ही मोहल्लों में फॉगिंग मशीन से दवा का छिड़काव कराया जाएगा। एवं वार्डों में कचरा गाड़ी ना आने के कारण लोगों के घरों में कचरा एकत्रित हो गया है कई बार मोहल्ले वासियों ने आला अधिकारियों को भी इस संबंध में अवगत कराया है लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।