राकेश केशरी
कौशाम्बी। नगर निकाय चुनाव को लेकर गुरुवार की शाम पांच बजें मतदान के बाद लगता था कि चुनावी गर्मी शांत हो जायेगी, लेकिन मतदाताओं की चुप्पी ने प्रत्याशियों एवं उनके समर्थकों के दिल में जो हलचल मचाई है,उससे माहौल पूरी तरह गर्म है। चट्टी चैराहे पर बस एक ही चर्चा है हार.जीत की। अध्यक्ष पद को लेकर हर कोई अपने दलगत व निर्दल प्रत्यासी स्वयं को जीतता हुआ बता रहा है। वही अंर्तकलह व भीतरघात की चर्चा भी जोरों पर है। बतां दें कि सिराथू नगर पंचायत व मंझनपुर नगर पालिका में लड़ाई बड़े दलों की बीच में मानी जा रही है। लेकिन चर्चा में छोटे दल के साथ निर्दल प्रत्यासी भी हैं। यह जीतेंगे इस पर तो कोई दाव नहीं लगा रहा है,लेकिन यह चर्चा जरूर है कि इन्हें जितना मत मिला होगा बड़े दलों की बीच लड़ाई उतनी ही कठिन होगी। यानि यह अपनी गणित भले ही न सेट कर पाये हों लेकिन इन्होंने दूसरे की गणित जरुर बिगाड़ी है। यही कारण है कि इनकी चर्चा लोग अधिक कर रहे हैं। चट्टी चैराहों पर चल रहे चर्चा में मतदाता यह आकलन कर रहे हैं कि भाजपा,सपा,कांग्रेस,बसपा में जिसके वोट बैंक ने साथ दिया होगा वह मुख्य लड़ाई में होगा। रहा सवाल प्रत्याशियों का तो सभी प्रत्याशी अपने आप को विजई बतां रहे हैं। अगर भीतरघात हुआ होगा तो सारे आकलन और गुणा गणित फेल भी हो सकता है। हार जीत पर चर्चा और सट्टा भी इन्हीं दलों के समर्थक लगा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक जिले कि दो नगर पालिका व आंठ नगर पंचायतों में अब तक लाखों रुपयों का सट्टा लग चुका है। वही किसके सिर ताज बधेंगा यह तो आने वाले 13 मई को मतगणना के बाद ही पता चलेगा।