राकेश केशरी
कौशाम्बी। मतदाताओं का एक बड़ा तबका नगर निकाय चुनाव के प्रति उदासीन दिख रहा है। कोई हारे कोई जीते इनका कोई इंट्रेस्ट नही है। कारण कि यह समाज का वह तबका है जो हर दिन कुंआ खोदता है और पानी पीता है। ये चुनाव चर्चा तो कर रहे है लेकिन इनकी चर्चा में सिर्फ अपनी समस्या ही छायी दिख रही है। मंगलवार को नगर पंचायत अझुवा के मलिन बस्ती में चुनावी चर्चा कुछ इस तरह होती दिखी। एक वृद्ध कह रहा था कि इस बार लागत बा उ जित जाई। ओकरे साथे बड़ी भीड़ बा। तभी एक महिला ने कहा कि केहू जीते हमें का। जब साठ साल में कुछ नाही मिलल तो अब कईसन उम्मीद। हम तो केहू के वोट ना देब।