साफ सफाई का रखे विशेष ध्यान-डॉ0 सुष्पेंद्र कुमार
कौशाम्बी। बरसात आते ही डेंगू व मलेरिया को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। इसके लिए विभाग की ओर से मच्छरों से सावधान रहने तथा आस पास साफ सफाई रखने की अपील मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर सुष्पेंद्र कुमार ने की हैं। जिला मलेरिया अधिकारी अनुपमा मिश्रा ने बताया कि बरसात के समय में जलजमाव होने की स्थिति में मच्छरों के पैदा होने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे समय में बीमारियों से बचने के लिए यह सबसे आवश्यक है कि मच्छरों को पनपने ही न दिया जाए। उन्होंने बताया कि जनपद में वर्ष 2020 डेंगू के 11 मरीज व 2021 में डेगू के 55 मरीज मिले थे। उन्होंने आगे जानकारी दी कि मलेरिया के 13 केस अभी तक सामने आए हैं। इसके लिए सबसे जरूरी है कि घर के आस-पास व नालियों में पानी को जमा न होने दे व साफ सफाई का विशेष ध्यान रखने की जरूत है। बरसात के दिनों में बुखार आने पर अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर डॉक्टर के परामर्श के बाद ही दवा लें व बिना चिकित्सक की सलाह के कोई भी दवा न ले। जिला मलेरिया अधिकारी अनुपमा मिश्रा ने बताया कि डेंगू मादा एडीज नामक मच्छर काटने से होता हैं और यह हमेशा साफ पानी में ही पैदा होता है। यह दिन के समय ही अपना शिकार बनाती है। इस बीमारी से ग्रसित लोगों को अचानक तेज बुखार, कमर जोड़ों व सिर में असहनीय दर्द होता है। इस रोग में जी मचलाना व उल्टी आना और शरीर में छोटे-छोटे दाने भी निकल आते हैं। मलेरिया बचाव का सबसे बेहतर उपाय है कि पूरे बांह के कपड़े पहने, मच्छरदानी का इस्तेमाल करें, मच्छर रोधी लोशन लगाएं व घर में मच्छररोधी अगरबत्ती का इस्तेमाल करें। घरों में किटनाशकों का छिड़काव करें, खुली नालियों में मिट्टी का तेल डालें ताकि मच्छरों के लार्वा न पनपने पाएं शाम व सुबह व रात को घरों और खिड़कियों के दरवाजे बंद रखे। इन उपायों के बावजूद अगर लक्षण दिखें तो मलेरिया की जांच करवा कर इलाज करवाएं।
डेंगू के लक्षण
अचानक सिर में तेज दर्द के साथ बुखार आना,मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द होना, आंखों के पीछे दर्द होना,जी मिचलाना, उल्टी होना, गंभीर मामलों में मुंह, नाक व मसूड़ों से खून आना, त्वचा पर चकत्ते उभरना।
डेंगू से बचाव के उपाय
डेंगू का लक्षण दिखने पर जांच कराएं,पानी के भरे हुए बर्तन को ढक कर रखें,हर सप्ताह कूलर को खाली करके सुखाने के बाद प्रयोग में लाएं,पूरे बदन को ढकने वाले कपड़े पहने, घर और आसपास में पानी जमा ना होने दें, झोलाछाप वह प्राइवेट चिकित्सालयों में इलाज न कराएं, सभी सरकारी चिकित्सालयों में डेंगू ए मलेरिया की जांच निशुल्क उपलब्ध है।