कौशाम्बी । जनपद के नगर पंचायत अजुहा में ठेकेदारों की मनमानी थमने का नाम नही ले रही है। इन ठेकेदारों का सिस्टम भी जरा देखों जो योगी सरकार के इकबाल पर भारी पड़ रहा है। आने मनमाफिक अधिशाषी अधिकारी को लाने के लिये ये ठेकेदार एड़ी से चोटी का जोर लगा रहे हैं। ठेकेदार जोर लगाएं भी क्यों न मामला ही करोड़ो का है। मालूम हो नगर पंचायतों के चहुँमुखी विकास के पथ पर अग्रसर करने के लिए योगी सरकार कटिबद्ध है वहीं सूत्रों की माने तो ठेकेदारों ने जुगाड़ सिस्टम के तहत 6 अगस्त को 3 वर्ष से अधिक समय तक अझुवा नगर पंचायत अधिशाषी अधिकारी की जिम्मेदारी संभाल रहे सूर्य प्रकाश गुप्ता को तमकुहीराज जनपद कुशीनगर तबादला कराया तो वहीं नगर पंचायत कड़ाधाम अधिशाषी अधिकारी शैलेन्द्र मिश्र को नगर पंचायत अझुवा सम्बद्ध किया गया। अभी कुछ दिन ही बीते थे कि ठेकेदारों ने एक बार फिर जुगाड़ सिस्टम के तहत योगी के इकबाल को ललकारते हुए नव निर्मित नगर पंचायत चरवा में बतौर अधिशासी अधिकारी कार्यरत सुभाषचन्द्र सिंह को नगर पंचायत अझुवा का अतिरिक्त प्रभार दिलाने में सफल रहे।
अब जरा सिस्टम के जुगाड़ में छेद भी देखे तो पाएंगे कि भला 50 किमी दूर क्षेत्र की नगर पंचायत के अधिशाषी अधिकारी दोनों नगर पंचायतों को कैसे संभाल पाएंगे। वहीं चर्चाओं पर जाएं तो आदर्श नगर पंचायत अझुवा को पंडित दीन दयाल उपाध्याय योजना में बीते वर्ष शामिल किया गया था जिसमे योगी सरकार नगर पंचायत विकास के लिए भारी भरकम बजट अवमुक्त किया है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय आदर्श नगर पंचायत योजना में अवमुक्त हुए बजट से जांच के झोल में रुकावट की वजह से उस योजना से एक भी कार्य नगर पंचायत में नही हुआ अब जिले की 2 नगर पंचायतों की जिसकी दूरी 50 किमी से अधिक है दोनों जगह की जिम्मेदारी एक अधिकारी कैसे मैनेज करेगा। कैसे लोगों का भला होगा लेकिन इन सवालों से ठेकेदारों को क्या उन्हें तो बस दिखता है तो करोड़ो का माल।