कौशाम्बी। रसोइयों ने शुक्रवार को डायट मैदान परिसर में अपने अधिकारियों की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। उन्होंने पांच सूत्रीय मांगों को ज्ञापन बीएसए को देकर समस्याओं के निराकरण किए जाने की बात ही। रसोइयां कल्याण समिति जिलाध्यक्ष उमाशंकर सरोज ने प्रदर्शन के बताया कि जिले में रसोइयां शोषण का शिकार हो रहा है। उसे साल के 12 माह काम लिया जाता है। जबकि मानदेय केवल 10 माह का दिया जा रहा है। इसे बढ़ाया जाना जरूरी है। अप्रैल 2019 से मार्च 2022 तक के मानदेय भुगतान में अनियमितता हुई है। इससे अभी तक सही नहीं किया गया। ऐसे में रसोइयां परेशान है। उनको अवशेष मनदेय का भुगतान कराया जाना चाहिए। बताया कि विद्यालयों में माध्यान भोजन बनाने की जिम्मेदारी रसोइया की होती है। मध्यान भोजन बनाने के बाद भी विद्यालय में रसोइया को रोका जाता है। इस प्रकार की गतिवियों के कारण अल्पमानदेय पर काम करने वाले रसोइयों का अन्य कार्य प्रभावित होता है। इतना ही नहीं विद्यालय में भोजन बनाने के लिए जरूरी सामग्री समय से नहीं मिलती। ऐसे में परेशानी का सामना करना पड़ता है। सभी विद्यालयों में गैस सिलिंडर से भोजन नहीं बनता। इसके कारण भोजन बनाना कष्टकारी होता है। उन्होंने विद्यालयों में गैस सिलिंडर की व्यवस्था किए जाने की भी मांग उठाई। इस मौके पर रेखा शुक्ला, अंशिला सिंह, शकुंतला देवी, रन्नो देवी, सानू चैधरी, नफीसा बेगम, विद्या, प्रीती आदि मौजूद रहे।