एम और बीएसए को ज्ञापन देकर बताईं अपनी समस्याएं, निराकरण की मांग
कौशाम्बी। जिले में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका व रसोइयां समस्याओं से जूझ रही हैं। समस्याओं का समाधान न होने से परेशान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। जबकि रसोइयों ने डायट मैदान में धरना दिया। डीएम एवं बीएसए को ज्ञापन सौंपकर समस्याओं का निराकरण कराने की मांग की गई। महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष व जिलाध्यक्ष माया सिंह ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की पोलियो, ट्रिपल-ए, संचारी रोग नियंत्रण और कोरोना काल में ड्यूटी लगाई गई थी। स्वास्थ्य विभाग के लिए उन्होंने काम किया लेकिन, इसका भुगतान अब तक नहीं मिला। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग पर भी शोषण का आरोप लगाया। कहा कि बिना मोबाइल दिए हुए जबरन सेवा समाप्त करने की धमकी देकर पोषण ट्रैकर एप पर फीडिंग कराई जा रही है। न करने पर अन्य दबाव भी बनाया जाता है। जिलापूर्ति विभाग दो साल से बच्चों के लिए सूखा राशन गेहूं व चावल नहीं दे रहा है। ऐसे में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बताया कि 1775 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। इनमें मात्र 532 केंद्रों में ही भवन हैं। शेष प्राथमिक विद्यालय, पंचायत भवन ,सामुदायिक भवन और किराए के भवनों में संचालित हैं, जहां मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। इसके अलावा अन्य तमाम गंभीर समस्याएं हैं, जो लंबे समय से दूर नहीं की जा रही हैं। प्रदर्शन और ज्ञापन देने में अध्यक्ष के अलावा उपाध्यक्ष संजना दीक्षित, रेनू प्रजापति, सुनीता देवी, सुषमा देवी, प्रेमा देवी आदि शामिल रहीं।